डब्लिन में बढ़ते किशोर-अपराध -एक गंभीर चिन्ता

चन्द्रकान्त पाराशर, (डब्लिन आयरलैंड से)

डब्लिन, 29अक्तूबर 2023: आयरलैंड देश की राजधानी डब्लिन शहर के सगार्ट सिटीबेस्ट में फार्च्यूनटाउन स्टेशन के पास के चौक पर शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट जिसमें लगभग सभी वर्गों,जाति के 200 से अधिक लोगों द्वारा पिछले दिनों एक ईमानदार प्रयास जो आयरलैंड में किशोर हिंसा के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध में शामिल हुए। विरोध प्रदर्शन में काउंसलर के साथ जॉन लाहार्ट और कोलम ब्रॉफी, टीडी ने भाग लिया।

इन लोगों का विश्वास है कि यह तो बस शुरुआत है और स्व-प्रेरित लोगों/समुदायों को आत्मविश्वास मिलेगा और वे आयरलैंड में किशोर हिंसा को कम करने के लिए कार्रवाई करेंगे।

डब्लिन नगर के इस भाग में रहने वाली निवेदिता शुक्ल ट्विटर पर लिखती हैं “18 सितंबर को, शाम 7:30 बजे, मेरे पति किराने का सामान लेकर दुकान से लौट रहे थे, उन्होंने देखा कि 8-10 किशोर- बच्चे लुआस (ट्राम) स्टेशन की बेंच पर बैठे हुए थे और मेरे पति घर की ओर चल रहे थे।

जैसे ही वह फुटपाथ से घर की ओर गए उसकी खोपड़ी के पीछे एक मुक्का मारा गया।”इनके पति पर बिना किसी वजह के इन किशोर युवकों ने हिंसा की और भाग गए । @PresidentIRL@gardainfo
@अखिलेशआईएफएस”

आयरलैंड में किशोर-अपराध निरंतर बढ़ रहे हैं,विशेषकर राजधानी डब्लिन में । चाकुओं, धारदार हथियारों से लैस युवाओं के समूह , जिसमें मुख्य रूप से किशोर-युवकों द्वारा दिन-दहाड़े मोटर-कार के शीशे तोड़कर चुरा कर ले जाना,घरों में चोरीयो की घटनाओं को भी अंजाम देने का कुकृत्य किया जा रहा है ,ये युवक डबलिन-उपनगरों के रहवासीयों को आतंकित कर रहे/डरा रहे हैं ।

इससे यह भी प्रतीत होता है कि ऐसे किशोर-युवाओं के माता-पिता असफल हो रहे हैं और शिक्षकों और अभिभावकों के सदृश अपनी सकारात्मक भूमिका का त्याग कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि आयरलैंड में आपराधिक जिम्मेदारी की उम्र संभवतः 12 साल है। इसका मतलब यह है कि इस आयु तक के किशोर-बच्चों पर अपराध का आरोप नहीं लगाया जा सकता है।

यहाँ लोगों का आम मत है कि अब कदम बढ़ाने का समय आ गया है। इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, समय आ गया है कि राज्य प्रशासन यह दिखाए कि वे मौजूद हैं, वे इन किशोर-युवायों द्वारा की गई आपराधिक गतिविधियों से निपटने में सक्षम हैं,वे आम लोगों/समुदायों के करीब हैं और उन सभी की रक्षा करने में पूर्णतः सक्षम हैं!अर्थात् यहाँ के प्रशासन को इस दिशा में सकारात्मक कार्य करने की सख़्त आवश्यकता है!

साथ ही, उन सभी क्षेत्रों में अधिक मजबूत गार्डा(पुलिसिंग) उपस्थिति की आवश्यकता है, जहां पिछले कुछ वर्षों में असामाजिक व्यवहार की चिंताजनक वृद्धि देखी गई है, विशेष रूप से युवाओं द्वारा समाज विरोधी गतिविधियाँ ।

यहाँ आम आदमी इन किशोरों के समूह को देखते ही सहम जाता है । चोरी व छीना-झपटी सबसे आम किशोर-अपराध है।इनकी ओर देखना यानि आँखें मिलाना कहीं भारी न पड़ जाए, यह सोचकर वह इनसे कन्नी काट कर दूर चले जाने में अपने को सुरक्षित समझता है।

शहर के निवासियों की पूर्णतः सामाजिक सुरक्षा की ज़िम्मेदारी का निर्वहन देश की राजनीतिक इच्छाशक्ति पर भी बहुत कुछ निर्भर करता है ।

 

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