नई दिल्ली। यदि आप भारत में ही किसी एक शहर से दूसरे शहर के लिए हवाई यात्रा करना चाहते हैं तो फिर बोर्डिंग पास की जरूरत नहीं होगी। जल्दी ही इस व्यवस्था को लागू किया जा सकता है। उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने भी इस खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, यात्री अपनी फेस वैल्यू पर यात्रा कर सकेंगे। उन्हें बोर्डिंग पास की जरूरत नहीं होगी। ये डिजिटल यात्रा से संभव होगा। ये टेक्नॉलजी अडवांस सिस्टम होगा, जो पूरी तरह सुरक्षित होगा।उड्डयन मंत्री ने कहा कि यह व्यवस्था उन लोगों के लिए ही होगी, जो चाहेगा। जो यात्री यह तरीका नहीं चाहेंगे, उन्हें मजबूर नहीं किया जाएगा डिजिटल यात्रा में बाद में कुछ और फ़ीचर भी जोड़े जाएंगे। शुरुआती दौर में यह प्रक्रिया दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु एयरपोर्ट्स पर लागू होगी। इसके अलावा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से संचालित वाराणसी, विजयवाड़ा, पुणे और कोलकाता एयरपोर्ट्स पर भी यह सुविधा दी जाएगी। एक सूत्र ने बताया, यह प्रक्रिया डिजियात्रा के तहत की जा रही है। अगले 5 से 6 महीनों में इसे एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के 4 एयरपोर्ट्स पर लागू किया जाएगा। इसके बाद अन्य एयरपोर्ट्स पर भी इस सुविधा का विस्तार होगा। एक सूत्र ने बताया, आंख की पुतली और अंगूठे के निशान की बजाय फेस रिकॉग्निशन को तरजीह दी गई है। यह नियम दुनिया भर में है। चेहरा सबसे प्राइवेट बायोमीट्रिक इंडिकेटर हैं। स्कैनिंग के दौरान चेहरा बहुत सी यूनिट्स में बंट जाता है और फिर रेकॉर्ड्स से उसे अच्छे से मैच कर लिया जाता है। यदि किसी को चोट लगने या अन्य वजह से उसका माथा घिरा रहता है तब भी उसकी पहचान की जा सकेगी। हां, फेसियल पिक्चर को हर 5 साल पर अपडेट कराना होगा।
घरेलू उड़ानों के लिए नहीं होगी बोर्डिंग पास की जरूरत, चेहरा ही होगा काफी
