पानी की कमी के कारण शिमला का होटल कारोबार घटकर करीब 50 फीसद रह गया है। होटल मालिकों के अनुसार शहर में पानी की किल्लत के कारण होटल जगत को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला में पानी को लेकर मचे कोहराम का असर स्थानीय लोगों पर तो पड़ा ही, इससे प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ माने जाने वाला पर्यटन उद्योग भी प्रभावित हुआ है। करीब 20 दिनों से शिमला शहर में पानी की किल्लत शुरू हुई थी। इससे इन दिनों शिमला शहर में पर्यटकों की आवाजाही व होटल कारोबार पर काफी असर पड़ा है। पानी की कमी के कारण शिमला का होटल कारोबार घटकर करीब 50 फीसद रह गया है। होटल मालिकों के अनुसार शहर में पानी की किल्लत के कारण होटल जगत को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। प्रदेश में मई से पर्यटन सीजन शुरू हो जाता है। इसी दौरान शिमला में पानी की किल्लत पर्यटन उद्योग पर असर डाल रही है। एक सप्ताह पहले तक हालात ऐसे थे कि मैदानी इलाकों में बढ़ रही गर्मी से राहत पाने के लिए हजारों पर्यटक शिमला पहुंच रहे थे लेकिन अब यहां पानी की किल्लत के कारण होटल मालिक उन्हें कमरे नहीं दे पा रहे हैं। निजी होटल मालिकों ने बताया कि जून के लिए होटलों में हुई बुकिंग 80 फीसद तक रद हो चुकी है। जून में होटलों के कमरे खाली नजर नहीं आते थे लेकिन इस बार पानी की किल्लत के कारण शिमला में ऐसे हालात पैदा हो गए हैं।