मालदीव में अब और ज्यादा दिन आपातकाल बढऩे पर विचार नहीं: राजदूत

कोलंबो। देश में राजनीतिक भूचाल को लेकर सरकार की हो रही आलोचना के बीच मालदीव में 21 मार्च को समाप्त हो रहे आपातकाल की अवधि को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। मालदीव में आपातकाल को खत्म करने की जानकारी देते हुए श्रीलंका में राजदूत मोहमद हुसैन शरीफ ने कहा, व्यापक हिंसा जैसे बहुत ही असामान्य परिस्थितियों को छोड़कर 30 दिन की अवधि समाप्त होने के बाद देश में आपातकाल की अवधि को बढ़ाने पर किसी तरह की कोई चर्चा नहीं है। बता दें कि मालदीव ने जेल में बंद राष्ट्रपति के कई विरोधियों को रिहा किये जाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मचे भूचाल के कारण आपातकाल घोषित किया था।
सेना को दिए गए थे अधिकार
देश में आपातकाल लगने के बाद सांसद इवा अब्दुल्ला ने बताया था कि सभी मूलभूत अधिकारों को रद्द कर दिया गया। सेना को अतिरिक्त ताकत दे दी गई। सेना को सर्च और गिरफ्तारी के आदेश दे दिए गए हैं. सेना ने छापेमारी और गिरफ्तारियां शुरू कर दी थी।
भारत ने जारी की किए थे परामर्श
भारत ने मालदीव में हालिया राजनीतिक घटनाक्रम और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता प्रकट की थी और अपने नागरिकों से अगली सूचना तक हिंद महासागर के इस देश की सभी गैर जरूरी यात्रा टालने को कहा था। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि मालदीव में भारतीय प्रवासियों को भी सुरक्षा के बारे में चौकस रहने और सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें। परामर्श में कहा गया था, ”मालदीव में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम और उसके बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति सरकार के लिए चिंता का विषय है ।

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