यूपी उपचुनाव में हार का साइड अफेक्ट?
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की संसदीय सीट गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में हार का सामना करने के बाद अब बीजेपी में हलचल मच गई है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी कार्यक्रम निरस्त करके अधिकारियों की बैठक बुलवाई है। सीएम की ओर से मीटिंग में अचानक बुलाए जाने पर अधिकारियों में भी खलबली मच गई है।
बुधवार को यूपी की दो संसदीय क्षेत्र फूलपुर और गोरखपुर में हुए उपचुनाव के नतीजे आए। इसमें एसपी और बीएसपी के गठबंधन को जीत मिली और दोनों ही सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार हार गए। गोरखपुर में योगी आदित्यनाथ और फूलपुर में उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सांसद थे। गोरखपुर में तो साल 1991 के बाद बीजेपी पहली बार हारी है। ऐसे में इस करारी हार के बाद बीजेपी के नेता हताश और परेशान हैं।
गुरुवार को योगी आदित्यनाथ के कई कार्यक्रम तय थे, लेकिन उन्होंने सारे कार्यक्रम निरस्त कर दिए। योगी को गोंडा के लोक कला महोत्सव में हिस्सा लेने जाना था लेकिन उन्होंने कार्यक्रम निरस्त कर दिया। सीएम योगी का दूसरा प्रस्तावित कार्यक्रम भी निरस्त कर दिया गया है। उन्हें राज्य सभा के पूर्व सांसद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के दिग्गज नेता रहे नानाजी देशमुख की मूर्ति का अनावरण करना था।
योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रमों को निरस्त करके सभी उच्चाधिकारियों और विभाग से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के तत्काल बैठक में बुलाया है। सूत्रों की मानें तो बैठक के बाद गोरखपुर के डीएम राजीव रौतेला पर गाज गिर सकती है।
इधर अधिकारियों के अचानक बैठक में बुलाए जाने पर वे घबरा गए हैं। अधिकारियों ने बैठक की तैयारियां शुरू कर दी हैं। अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गोरखपुर में हार के बाद मुख्यमंत्री बहुत नाराज हैं। अब उन लोगों को डर लग रहा है कि हार का ठीकरा किस पर फूटेगा। अधिकारियों को यह भी अंदेशा है कि कई अधिकारी अब इधर से उधर भेजे जा सकते हैं।