सिद्धारमैया की शिकायत के आगे झुके राहुल!

तीन कन्नड़ नेताओं को भेजेंगे राज्यसभा
नई दिल्ली। कर्नाटक में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सीएम सिद्धारमैया की मांग के आगे झुकते हुए कांग्रेस ने तीन कन्नड़ नेताओं को ही कर्नाटक से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। दरअसल सिद्धारमैया नहीं चाहते थे कि बाहरी उम्मीदवारों को राज्यसभा की टिकट दी जाए। उन्होंने पार्टी आला कमान की तरफ से भेजे गए सैम पित्रोदा और जनार्दन द्विवेदी के नामों पर असहमति जताते तीन कन्नड़ नेताओं के नाम सुझाए थे, जिसके बाद कांग्रेस ने तीन सीटों के लिए एआईसीसी के प्रवक्ता नसीर हुसैन, दलित कवि एल. हनुमंथिया और वोक्कालिगा लीडर जी.सी चंद्रशेखर के नाम फाइनल किए हैं।
कर्नाटक दो साल में एक बार ही चार सांसदों को राज्यसभा भेज सकता है। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी राज्यसभा चुनाव में दो सीट आसानी से जीत सकती है और तीसरी सीट के लिए भी कांग्रेस को कुछ ही अतिरिक्त वोटों की जरूरत होगी। राज्यसभा चुनावों में बीजेपी के सिर्फ एक सीट जीतने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं जेडीएस के पास अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए पर्याप्त वोट नहीं हैं।
कांग्रेस ने जेडीएस के उम्मीदवार बीएम फारूक़ के नाम पर असहमति जताते हुए चौथी सीट के लिए वोक्कालिगा का नाम आगे किया है, जिसकी वजह से जेडीएस की परेशानियां बढ़ गई हैं। ऐसे में अब वोक्कालिगा और एक मुस्लिम उम्मीदवार में से एक चुनने की स्थिति बन गई है।
बीजेपी ने अभी तक कोई नाम फाइनल नहीं किया है. वहीं मौजूद निर्दलीय सांसद और कारोबारी राजीव चंद्रशेखर का नाम इस सीट के लिए सबसे आगे बताया जा रहा है। हालांकि कन्नड़ संगठन ने उनके नाम पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि आउटसाइडर होने की वजह से उन्हें राज्यसभा में नहीं भेजा जा सकता.।
अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान भी मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सैम पित्रोदा और जनार्दन द्विवेदी के नाम पर आपत्ति जताते हुए साफ कहा था कि केवल कन्नड़ नेताओं को ही उच्च सदन में राज्य का प्रतिनिधित्व करना चाहिए. इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सैम पित्रोदा को गुजरात से भेजने का फैसला किया।

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