तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप सच एक बहुत बड़ा तिलिस्म है। कहा जाता है कि सच बहुत कड़ुवा होता है लेकिन उसका परिणाम मीठा होता है। यह भी कहा जाता है कि सच अर्थात सत्य की सदैव जीत होती है। ‘सच को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं’ – एक कहावत यह भी है। कई धर्म ग्रंथ कहते हैं कि सच शाश्वत है तो कई ऐसी धार्मिक विचारधाराएँ भी हैं जो यह कहती हैं कि सच कभी भी अपरिवर्तनशील नहीं हो सकता। राहत इंदौरी का वास्तविक नाम राहत…
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चुनाव आने ही वाले हैं
By : श्रेय शेखर छपरा : चुनाव आने ही वाले हैं और चुनावी मेंढक अपने वक़्त पर बाहर आ चुके हैं। जनता फिर से सवाल और उम्मीद की गठरी को लेकर अपनी बात रखना चाहती है पर नतीजा हमें पता है। इस सरगर्मी को सबसे नजदीक से बिहार के लोग महसूस कर रहे हैंए वो इसलिए क्यूंकि यहाँ नेता के साथ काफी आपसी सहमति रहती है। वह अपने आस पास रहने वालों का ध्यान बस अभी ही दे पाते हैं। चुनाव की गरिमा का पूरा मज़ाक बना कर अपने देश…
Read Moreउर्दू शायरी में ‘सच’ : 2
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप सच एक बहुत बड़ा तिलिस्म है। कहा जाता है कि सच बहुत कड़ुवा होता है लेकिन उसका परिणाम मीठा होता है। यह भी कहा जाता है कि सच अर्थात सत्य की सदैव जीत होती है। ‘सच को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं’ – एक कहावत यह भी है। कई धर्म ग्रंथ कहते हैं कि सच शाश्वत है तो कई ऐसी धार्मिक विचारधाराएँ भी हैं जो यह कहती हैं कि सच कभी भी अपरिवर्तनशील नहीं हो सकता। बशीर बद्र उर्दू साहित्य के उन…
Read Moreधुएँ में स्वाहा होती जिंदगियां।
डॉ अनुरूद्ध वर्मा, एडीटर-ICN तम्बाकू एवँ धूम्रपान से होने वाली बीमारियों की गंभीरता का अनुमान विश्व स्वास्थ्य संगठन के इन आंकड़ों से लगाया जा सकता है कि दुनिया में प्रतिवर्ष लगभग 80 लाख लोग तम्बाकू जनित बीमारियों के कारण असमय मौत का शिकार हो जातें हैं तथा भारत मे यह आंकड़ा 10 लाख से ऊपर है। वर्तमान समय में तम्बाकू एवँ धूम्रपान की लत पूरे विश्व में जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या बनी हुई है और पूरा चिकित्सा जगत समस्या से चिंतित है कि किस प्रकार इससे मुक्ति पाया जाए।तम्बाकू…
Read Moreजीवित रहने के लिए पानी की तरह जरूरी है प्रोटीन
डॉ. नौशीन अली ब्यूरो चीफ आई.सी.एन. (म.प्र) प्रोटीन शरीर के निर्माण में यह अपनी अहम भूमिका निभाता है व पाचक रसों (गेस्ट्रिक जूस ) का निर्माण करता है। भोपाल।प्रोटीन की कमी से जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।सिनोविअल फ्लूइड प्रोटीन से बना होता है और यह जोड़ों में मौजूद होता है.जोड़ों को लचीला बनता है.साथ ही मांसपेशियों का पुनर्निर्माण करता है। प्रोटीन की कमी से फ्लूइड कम बनता है जिससे जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द होता है. प्रोटीन सिर्फ बॉडी बनाने की चाहत रखने वालों के लिए ही जरूरी नही होता, बल्कि यह खासोआम की जरूरत होता है। प्रोटीन के बिना सम्पूर्ण स्वास्थ्य की कल्पना भी नहीं की जा सकती। प्रोटीन भोजन का अहम अंग है। समुचित प्रोटीन के बिना किसी भी भोजन को सम्पूर्ण नहीं माना जा सकता। प्रोटीन के बिना हम अपने रोजमर्रा के काम भी पूरे नहीं कर सकते। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक हर उम्र के लोगों के लिए बेहद जरूरी होता है प्रोटीन। प्रोटीन की भूमिका शरीर की टूट–फूट की मरम्मत करना होता है। यह शरीर में कोशिकाओं बनाने में मदद करता है साथ ही हससे टूटे हुए तन्तुओं का पुनर्निर्माण होता है। शरीर के निर्माण में यह अपनी अहम भूमिका निभाता है व पाचक रसों (गेस्ट्रिक जूस ) का निर्माण करता है। क्यों जरूरी है प्रोटीन आप चाहे खूबसूरत दिखना चाहते हैं, बॉडी बनाना चाहते हैं या अपनी हाईट में ग्रोथ चाहते हैं हर चीज के लिए आपको प्रोटीन की जरूरत होती है।…
Read Moreकैन्सर: समय से पहचान जीवन बचा सकता है
Dr. Madhu Kiran, MBBS (KGMC LKO) MS (Obst & Gynae) कैन्सर एक जानलेवा बीमारी है क्योंकि इसके लक्षणो का पता देर से चलता है। महिलाओं में होने वाली कैन्सर में भारत प्रथम स्थान पर है। विश्व में ब्रेस्ट और सर्विकल कैन्सर में भारत प्रथम स्थान ओर ओवेरीयन कैन्सर में द्वितीय स्थान पर है।हर दिन लगभग 2000 नए रोगियों का पता चलता है। हल्द्वानी। भारत में 2020 तक क़रीब 18 लाख नये रोगियों का पता चलेगा, और 9 लाख लोगों की कैन्सर से मृत्यु हो जाएगीमहिलाओं मेंसर्विक्स,ब्रेस्ट,अंडशय,गर्भाशय एवं फेफड़ों का कैन्सर अधिक होता है,जबकि पुरुषों में…
Read Moreउर्दू शायरी में ‘सच’ : 1
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप सच एक बहुत बड़ा तिलिस्म है। कहा जाता है कि सच बहुत कड़ुवा होता है लेकिन उसका परिणाम मीठा होता है। यह भी कहा जाता है कि सच अर्थात सत्य की सदैव जीत होती है। ‘सच को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं’ – एक कहावत यह भी है। कई धर्म ग्रंथ कहते हैं कि सच शाश्वत है तो कई ऐसी धार्मिक विचारधाराएँ भी हैं जो यह कहती हैं कि सच कभी भी अपरिवर्तनशील नहीं हो सकता। एक परिस्थिति का सच दूसरी…
Read Moreकोरोना जंग के वीर योद्धा
मोहम्मद सलीम खान, एसोसिएट एडिटर-आईसीएन सहसवान/ बदायूँ : इस समय भारत कोरोना नामक दानव रूपी महामारी से जूझ रहा है। केवल भारत ही नहीं बल्कि विश्व के अन्य देश भी इस महामारी की गिरफ्त में हैं। भारत देश में आज दिनांक 27 अगस्त 2020 तक लगभग 33 लाख 15 हज़ार कोरोना संक्रमित मरीज हो चुके हैं ओर उनमे से लगभग 25 लाख 23 हज़ार मरीज़ ठीक भी हो गए हैं तथा लगभग 60,000 लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है। भय और आतंक का ऐसा माहौल शायद ही पहले किसी…
Read Moreग़ज़ल
सुहैल काकोरवी, लिटरेरी एडिटर-ICN ग्रुप वो मुझसे मुलाक़ात की तदबीर करे गा कुछ रंग यक़ीनन वो मेरे दिल में भरे गा The beloved will design for meeting some strategy Would fill my heart with some colors decidedly ये तये हुआ देखा जो उसे पहली नज़र ने वो ऐसा हसीं है कि जो मन मेरा हरे गा On first sight it was apparent certainty That she would capture my heart has such beauty मैं सोचता हूँ ग़ैर से उसकी हुई क़ुरबत दिन आ गए अब उसके वो बेमौत मरे गा I…
Read Moreकशमकश
सुरेश ठाकुर, कंसल्टिंग एडिटर-ICN कहानी मुझे अभी भी समझ नहीं आता कि शादाब के साथ अपने रिश्ते को क्या नाम दूँ ? दोस्ती या मोहब्बत ? जो भी कहूँ लेकिन क्या एक शादी शुदा औरत के लिए किसी ग़ैर मर्द के साथ इनमें से कोई भी रिश्ता मुनासिब है ? आज मेरे पास अल्लाह के फ़ज़्ल से सब कुछ है | बेशुमार दौलत, इज़्ज़त, शौहरत और बेपनाह मोहब्बत करने वाला शौहर | लेकिन फिर भी फिर भी दिल के किसी कोने में कोई ख़ालीपन तो ज़रूर था वरना शादाब मेरी…
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