वॉशिंगटन। अल-कायदा प्रमुख एमन अल-जवाहिरी ने कहा कि इजरायली दूतावास को यरुशलम ले जाने के अमेरिका के फैसले से साफ है कि बातचीत और खुश रखने की फिलिस्तीन की नीति असफल रही है। आतंकवादी संगठन के प्रमुख ने अमेरिका के इस कदम की पृष्ठभूमि में मुसलमानों से अमेरिका के खिलाफ जिहाद करने की अपील की है। बता दें कि अमेरिकी दूतावास 14 मई को यरुशलम में खुलेगा।’तेल अवीव भी मुसलमानों की जमीन है, शीर्षक वाले पांच मिनट के विडियो में अल-जवाहिरी ने फिलिस्तीनी शासन को देश को बेचने वाला बताते हुए अपने समर्थकों से हथियार उठाने की अपील की है। बता दें कि 2011 में ओसामा बिन-लादेन के मारे जाने के बाद मिस्र के इस डॉक्टर ने दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी संगठन के प्रमुख का पद संभाला था। निगरानी एजेंसी एसआईटीई की ओर से जारी ट्रांसक्रिप्ट के मुताबिक जवाहिरी ने कहा है, अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप बिल्कुल स्पष्ट है और उसने धर्म युद्ध के आधुनिक चेहरे को उजागर किया है। अल-जवाहिरी ने कहा कि इस्लामी देश मुसलमानों के हितों में काम करने में असफल रहे हैं। शरिया पर चलने के बजाये उन्होंने अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र का हाथ पकड़ लिया है, जो इजरायल को मान्यता देते हैं। उसने कहा है कि ओसामा ने अमेरिका को मुसलमानों का पहला दुश्मन घोषित किया था।
यरुशलम होगा यूएस दूतावास
