16वां अयोध्या फिल्म फेस्टिवल संपन्न, ऐतिहासिक रहा आयोजन

अवाम का सिनेमा
– कई देशों की फिल्मों का प्रदर्शन
– अन्य कई कार्यक्रम भी हुए आयोजित
अयोध्याः काकोरी एक्शन के महानायक पं. राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ और अशफाक उल्ला खां की स्मृति में उत्तर प्रदेश का पहला और चर्चित दो दिवसीय 16वां अयोध्या फ़िल्म फेस्टिवल सम्पन्न हो गया। फेस्टिवल कई मायनों में। ऐतिहासिक रहा। फेस्टिवल में सिनेमा और साहित्‍य जगत की दिग्गज हस्तियों ने शिरकत की। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, बेनीगंज के सभागार में हुए फेस्टिवल में सरोकारी फिल्मों का प्रदर्शन, फोटो एवं दस्तावेजों की प्रदर्शनी, सेमीनार, नाटक, पोस्टर एवं रंगोली प्रतियोगिता, फैशन शो, पुस्तक प्रदर्शनी, फिल्म मेकिंग वर्कशॉप प्रतियोगिताएं हुईं और इनके विजेताओं को पुरस्कार वितरण किये गए। इस दौरान सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों का गवाह बना।
देश विदेश से बढ़िया रेस्पॉन्स
ज्यूरी चेयरमैन प्रोफेसर मोहन दास बताया कि अयोध्या फिल्म फेस्टिवल को देश- विदेश में बहुत बेहतर रिस्पांस मिल रहा है। अंटार्कटिका फेम साइंसटिस्ट प्रोफेसर जसवंत सिंह ने कहा कि अवाम का सिनेमा मूवमेंट की तरह तेजी से लोकप्रिय हो रहा। आज दर्शक सिनेमा से नई नई जानकारियां हासिल कर रहे हैं। आईसीएन ग्रुप के प्रधान संपादक प्रोफेसर (डॉ.) शाह अयाज सिद्दीकी ने कहा कि अयोध्या फिल्म फेस्टिवल सिनेमा के जरिए इतिहास को जिंदा रखने एवं समाज को नई दिशा देने का काम कर रहा है।
समापन समारोह का संचालन फिल्म अभिनेता रफी खान ने किया। तमिल अभिनेता आर के सुरेश ने अवार्ड मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय पुरस्कार मेरे लिए और सरोकारी जिम्मेदारी का एहसास कराएगा। अध्यक्षता कर रहे आईटीआई के प्राचार्य इंजीनियर वी के बाजपेयी ने कहा कि काकोरी नायकों की नगरी से मेरा वास्ता है। आगामी दिनों में इस सभागार का सौंदर्यकरण कर अगले वर्ष फेस्टिवल को और भव्यता के साथ किया जाएगा। पहले दिन के अतिथि शहीद अशफाक उल्ला खां के प्रौत्र शदाब उल्ला खान, फिल्म प्रोडयूसर राजेश कुमार जायसवाल, अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज राहुल तोमर, फिल्म निर्देशक मुकेश वर्मा, फिल्म निमात्री साधना मादावत जैन ने उद्धाटन समारोह को संबोधित किया।
अयोध्या फिल्म फेस्टिवल के संस्थापक डॉ. शाह आलम राना ने बताया कि इस बार भारत, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, मैसेडोनिया, युगोस्लाविया, जापान, कनाडा, चीन, ताइवान, डेनमार्क, रसियन फेडरेशन, जर्मनी सहित 23 देशों से कुल फिल्में 267 प्राप्त हुई थीं, जिनमें से चयनित फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। इस बार के निर्णायक मंडल में फिल्म निर्माता-निर्देशक और लेखिका चारू शर्मा, संपादक और फिल्म समीक्षक महुआ मजूमदार, फ़िल्म समीक्षक, पत्रकार और लेखक संजय वर्मा ‘साजन’, फिल्म निर्देशक और ज्यूरी चेयरमैन प्रोफेसर डॉ. मोहन दास शामिल थे।
– इन फिल्मों को मिले अवॉर्ड
सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का अवार्ड काकोली के राम के निर्देशक अमित राय को मिला। सर्वश्रेष्ठ क्षेत्रीय फिल्म का पहला अवार्ड विसिथिरन के निर्माता भास्करन, सर्वश्रेष्ठ क्षेत्रीय फिल्म को दूसरा अवार्ड फिल्म मौर्या के निर्देशक जितेंद्र बर्डे, बेस्ट एक्सपेरीमेंटल फिल्म का पहला अवार्ड बन्नी के निर्माता शंकर धुरी, बेस्ट एक्सपेरीमेंटल फिल्म का दूसरा अवार्ड से इट थ्रीस के निर्देशक कौतुक सक्सेना को नवाज गया। वहीं एक्सपेरीमेंटल फिल्म रनर अप का अवार्ड अनलॉक 7 के लिए निर्माता नसीम अहमद खान, बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर का अवार्ड पिंजरे की तितली के निर्देशक आशीष नेहरा, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवार्ड अभिनेता आरके सुरेश को विसिथीरन फिल्म के लिए, सर्वश्रेष्ठ स्पॉटिंग एक्टर का अवार्ड अभिनेता उमेश जगताप को मौर्या फिल्म के लिए मिला। बेस्ट स्टोरी का खिताब लेखक निर्देशक दीपक गर्ग को मेरी चिड़िया के लिए, सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म ताम के निर्देशक विश्वनाथ तिवारी और गौरव सिंह, सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र बीबी लाल: डोयन ऑफ इंडियन आर्केलाजी के निर्देशक डॉ. रमादेवी शेखर, सर्वश्रेष्ठ सामाजिक फिल्म एक्सटेंडेड वारंटी के निर्देशक गौतम रचिराजू, विशेष जूरी पुरस्कार अभिनय जजमेंट फिल्म के लिए अभिनेता शक्ति मिश्रा और विशेष जूरी पुरस्कार ‘अम्मा भाई कब मरेगा’ फिल्म के लिए निर्माता जीपी श्रीवास्तव को ट्राफी दी गई। सर्टिफिकेट और ट्रॉफी फेस्टिवल के संस्थापक डॉ. शाह आलम राना, प्रोफेसर जसवंत सिंह, प्रोफेसर मोहनदास, प्रोफेसर शाह अयाज सिद्दीकी के हाथों से प्रदान किया गया। फिल्म अभिनेत्री गीता सरोहा अवार्ड समारोह में मौजूद रहीं।
ये कार्यक्रम भी हुए
अशफाक-बिस्मिल सभागार में ‘आजादी के नायक’ विषय पर पेंटिग तो वहीं ‘अवाम का सिनेमा’ थीम पर रंगोली प्रतियोगिता हुई। जिसमें स्कूलों, कालेजों, विश्वविद्यालय व अन्य कलाकारों ने अपना हुनर दिखाया।
 अवधी लोक समूह, फैशन शो, कबीर बैंड की प्रस्तुति दिल को छू गई। रंगोली और पेंटिंग प्रतियोगिता के संयोजक एसबी सागर प्रजापति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रभारी के रूप में आशीष अग्रवाल ने जिम्मेदारी निभाई। अवधी लोक कला प्रोत्साहित करने के लिए मुकेश कुमार और अयोध्या की सरजमीं से संत कबीर का संदेश देने वाले सुशील को विशेष गोल्ड मेडल प्रदान किया गया।
अयोध्या फिल्म फेस्टिवल में चर्चित कला निदेशक
एसबी सागर प्रजापति के संयोजन में 300 कला साधकों द्वारा भव्य पोस्टर पेंटिंग एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के बाद निर्णायक मंडल में डॉ पंकज कुमार यादव, इमरान खान, गया प्रसाद आनन्द व पीयूष श्रीवास्तव द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त परिणाम घोषित किया गया जिसमें पेंटिंग हेतु सीनियर वर्ग में प्रथम स्थान सिपाली कनौजिया, द्वितीय स्थान आशीष कुमार, तृतीय स्थान रिद्धिमा गुप्ता और जूनियर वर्ग में प्रथम स्थान शौर्य प्रताप सिंह, द्वितीय स्थान प्राची तिवारी, तृतीय स्थान ऋतिक अग्रवाल तथा प्राइमरी वर्ग में प्रथम मेहडीया जहरा, द्वितीय स्थान अमित राज, तृतीय स्थान शिप्रा वैश्य को मेडल पुरस्कार व प्रमाण पत्र के साथ सम्मानित किया गया इसी प्रकार रंगोली प्रतियोगिता का परिणाम कॉलेज ग्रुप के रूप में घोषित किया गया जिसमें प्रथम स्थान ग्रुप द कैंब्रियन स्कूल, द्वितीय स्थान ग्रुप अयोध्या एकेडमी एवं तृतीय स्थान ग्रुप टी पब्लिक स्कूल को एवं सांत्वना पुरस्कार के रूप में ग्रुप सेंट मेरिज हायर सेकेण्डरी स्कूल को पुरस्कार तथा प्रमाण पत्र के साथ सम्मानित किया गया तथा अन्य सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता हेतु प्रमाण पत्र अयोध्या फिल्म फेस्टिवल समिति द्वारा प्रदान किया गया।इस अवसर पर जनार्दन पांडेय बबलू पंडित, अंकित श्रीवास्तव, कोमल मिश्रा, विनोद भारती, विभाकर पांडेय, अंकित कुमार, आदिल खान आदि का सहयोग रहा।

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