सनराइजर्स के खिलाफ जीतकर खुद को साबित करना चाहेगी दिल्ली

विशाखापत्तनम। इस साल आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर रही दिल्ली कैपिटल्स की टीम बुधवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ एलिमिनेटर जीतकर एक बार फिर खुद को साबित करना चाहेगी। इस सत्र की शुरुआत से पहले आमूलचूल बदलाव करने वाली दिल्ली कैपिटल्स इस सत्र की सबसे मजबूत टीमों में से रही। अब तक निचले हाफ में रहने वाली दिल्ली अंकतालिका में शीर्ष पर पहुंची, जिसे रिकी पॉन्टिंग जैसे कोच और सौरभ गांगुली जैसे सलाहकार से विजयी तेवर मिले हैं। 14 मैचों में 9 जीत और 5 हार के बाद 18 अंक हासिल करने वाली दिल्ली टीम की बदकिस्मती रही कि उसे करो या मरो का एलिमिनेटर खेलना पड़ रहा है। हैदराबाद से तीन मैच ज्यादा जीतने के बावजूद वह उसके खिलाफ यह मैच खेल रही है, जबकि आखिरी लीग मैच से पहले उसका शीर्ष दो में रहना तय लग रहा था। चेन्नै सुपर किंग्स से हारने से उन्हें काफी नुकसान हुआ। उससे पहले दिल्ली की टीम चेन्नै और मुंबई इंडियंस के साथ पहले स्थान की होड़ में थी। दिल्ली की टीम आईपीएल में कभी फाइनल तक नहीं पहुंची और शीर्ष दो में नहीं रही। शीर्ष 4 में भी वह 2012 के बाद पहली बार पहुंची है। मुंबई के खिलाफ शानदार शुरुआत के बाद दिल्ली को चेन्नै ने हराया। किंग्स इलेवन पंजाब  और सनराइजर्स हैदराबाद  ने उन्हें मात दी। उसके बाद से दिल्ली के प्रदर्शन में लगातार सुधार आता गया। भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन अब तक 450 रन बना चुके हैं। युवा पृथ्वी साव, कप्तान श्रेयस अय्यर, वर्ल्ड कप टीम में नहीं चुने गए ऋषभ पंत ने अहम मौकों पर उम्दा प्रदर्शन किया है। दिल्ली को टूर्नमेंट में अब तक 25 विकेट ले चुके साउथ अफ्रीका के कगिसो रबाडा की कमी खलेगी, जो वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए स्वदेश लौट गए हैं। वहीं डेविड वॉर्नर और जॉनी बेयरस्टा के जाने के बाद से हैदराबाद की टीम भी कमजोर हुई है। आईपीएल के इतिहास में 12 अंक लेकर प्लेऑफ में पहुंचने वाली यह पहली टीम बनी है। गेंदबाजी में अफगानिस्तान के स्पिनर रशीद खान, तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और खलील अहमद ने उम्दा प्रदर्शन किया है। केन विलियमसन के रूप में उनके पास भरोसेमंद कप्तान हैं और मार्टिन गप्टिल से आक्रामक आगाज की उम्मीद होगी। विजय शंकर के पास वर्ल्ड कप से पहले अपनी छाप छोडऩे का यह एक और मौका है।

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