पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना नहीं रहे

नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना का शुक्रवार देर रात निधन हो गया। वर्ष 1936 में जन्मे खुराना लंबे समय से बीमार चल रहे थे। दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। खुराना को वर्ष 2011 में ब्रेन हेमरेज हुआ था। इसके बाद से ही उनकी सेहत खराब चल रही थी। खुराना का जन्म पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर में 15 अक्टूबर 1936 को हुआ था। दिल्ली सरकार ने खुराना के निधन पर दो दिन की शोक की घोषणा की है।बताया जा रहा है कि 82 वर्षीय मदन लाल खुराना ने रात करीब 11 बजे अंतिम सांस ली। खुराना के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और दो बेटियां हैं। उनके एक अन्य बेटे का पिछले महीने ही निधन हो गया था। उनके बेटे हरीश खुराना ने बताया कि रात 11 बजे उनके पिता ने कीर्ति नगर स्थित घर पर अंतिम सांस ली। हरीश ने बताया कि उनके पिता के सीने में संक्रमण था और शनिवार सुबह से ही उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। खुराना के परिवार के सदस्यों ने बताया कि शनिवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। देर रात दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने खुराना के घर जाकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी।उन्होंने कहा कि खुराना के पार्थिव शरीर को शनिवार को 12 बजे पार्टी दफ्तर में रखा जाएगा ताकि लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकें। नब्बे के दशक में दिल्ली का शेर कहे जाने वाले खुराना ने दिल्ली में बीजेपी को खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। खुराना साल 1993 से 1996 तक दिल्ली के सीएम भी रहे। वह राजस्थान के राज्यपाल भी रहे थे।20 अगस्त 2005 को उन्हें अनुशासनहीनता के कारण बीजेपी से निकाल दिया गया था। खुराना अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में संसदीय कार्य मंत्री भी रहे थे। वर्ष 2004 में उन्होंने सक्रिय राजनीति से खुद को अलग कर लिया था लेकिन कुछ साल बाद उन्होंने राजनीति में वापसी की थी। वह आरएसएस के भी सक्रिय सदस्य थे।

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