लखनऊ। राजधानी लखनऊ में तीन दिवसीय कृषि कुंभ का आगाज हो गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा किया। 26 से 28 अक्टूबर तक भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (आईआईएसआर) में चलने वाले इस आयोजन में बड़ी संख्या में कृषि वैज्ञानिक, विशेषज्ञ और प्रगतशील किसान जुटेंगे, जो प्रदेश भर से आने वाले किसानों को पारंपरिक खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर आय बढ़ाने के गुर बताएंगे। इसमें 14 तकनीकी सत्र होंगे।इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयोजन के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ व उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि कृषि कुंभ आने वाले तीन दिनों में खेती को बेहतर करने के लिए रास्ते खोलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि 2022 में जब देश की आजादी के 75 साल पूरे होंगे तब तक किसानों की आय दोगुनी हो इसके लिए सरकार संकल्पबद्घ है। किसानों के लिए बीज से लेकर बाजार तक की एक मजबूत व्यवस्था देश में तैयार की जा रही है।कुछ महीने पहले कृषि उन्नति मेले के दौरान मैंने किसान मेले लगाने की सलाह दी थी। कृषि कुंभ इसका ही विस्तार है। इस आयोजन में लगभग 200 स्टॉल लगाए गए हैं जिनमें किसानों को तकनीक की जानकारी दी जा रही है। जिससे किसानों को खाद्यान्न की मात्रा बढ़ाने और उसकी गुणवत्ता बेहतर करने में मदद मिलेगी। मोदी ने कहा कि इस बार भी देश में रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन होने की उम्मीद है और यूपी का किसान तो इतना मेहनती है कि देश भर का 20 फीसदी अनाज उत्पन्न करता है इसके लिए मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं।उन्होंने किसानों की बेहतरी के लिए योगी सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि यूपी के किसान उत्पादन का रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं तो योगी सरकार भी खरीद का रिकॉर्ड तोड़ती जा रही है। इस बार गेहूं की लगभग 50 लाख मीट्रिक टन खरीद की गई है, जबकि पहले की सरकारों में मात्र 7 या 8 लाख मीट्रिक टन की ही खरीद होती थी। सरकार ने रबी व खरीफ की 21 फसलों के समर्थन मूल्य में ऐतिहासिक बढ़ोतरी की है। इन फसलों पर लागत का कम से कम 50 प्रतिशत सीधा लाभ किसानों को मिले यह तय किया गया है।
किसानों के लिए बीज से लेकर बाजार तक एक मजबूत व्यवस्था बना रहे हैं: पीएम मोदी
