रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पाकिस्तान के सीमा पार आतंकवाद की तरफ साफ इशारा करते हुए टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भारत के ठीक पड़ोस में आतंकी ढांचे की मौजूदगी और आतंकियों को मिल रही सरकार की मदद से लगातार भारत के धैर्य की परीक्षा हो रही है। भारत इससे निपटने में काफी संयम दिखा रहा है।
रक्षा मंत्री ने यहां ‘इंस्टिट्यूट ऑफ स्ट्रैटजिक रिसर्च’ को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकी समूहों के वित्त पोषण और हथियारों की आपूर्ति को रोकने के लिए पुख्ता कोशिश की। रक्षा मंत्री ने फ्रांस दौरे पर कहा कि विदेशी आतंकियों की भर्ती एवं उन्हें सक्रिय करने की प्रक्रिया को रोकने की जरूरत है। सीतारमण भारत-फ्रांस के सामरिक संबंधों को और बढ़ावा देने के मकसद से तीन दिन के दौरे पर हैं। भारत के रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की गयी एक विज्ञप्ति के अनुसार उन्होंने भारत के ठीक पड़ोस में आतंकी ढांचे की मौजूदगी और उसे सरकार से लगातार मिल रही मदद का खासतौर पर जिक्र करते हुए कहा कि वे लगातार भारत के धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं। सीतारमण ने कहा कि मौजूदा अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा परिवेश को तेज बदलाव एवं अनिश्चितता के रूप में वर्णित किया जा सकता है जो लगातार अस्थिरता एवं हिंसा की समस्याओं से गंभीर चुनौती का सामना कर रहा है।उन्होंने कहा, ‘ आतंकवाद , जिसे हम भारत में और साथ ही अब अफगानिस्तान में भी सीमा पार आतंकवाद के नाम से जानते हैं, का लगातार बना हुआ खतरा मुख्य सुरक्षा चुनौती है।रक्षा मंत्री ने साथ ही भारत-फ्रांस के रक्षा संबंधों की बात करते हुए दो विश्वयुद्धों में लड़ते हुए फ्रांस की जमीं पर शहीद होने वाले 9,300 भारतीय सैनिकों के बलिदान का उल्लेख किया।