कानपुर। जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश करने वाले कानपुर के एसपी सुरेंद्र दास ने कई दिन तक जिंदगी और मौत के बीच झूलने के बाद आखिरकार रविवार को दम तोड़ दिया। उनकी हालत शनिवार को बेहद बिगड़ गई थी जिसके बाद डॉक्टरों ने उनका इमरजेंसी ऑपरेशन किया था। ऑपरेशन सफल रहा था लेकिन रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।रीजेंसी अस्पताल के सीएमओ डॉ राजेश अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि सुरेंद्र दास को बचाया नहीं जा सका। उन्होंने बताया कि उनके दिल ने काम करना बंद कर दिया और 12:19 मिनट पर उनकी मृत्यु हो गई। डॉ राजेश ने बताया कि सुबह से जद्दोजहद जारी थी कि उनका दिल साथ दे दे लेकिन शरीर से जितना खून चाहिए था, वह नहीं मिल सका।राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी मौत पर शोक व्यक्त किया है। सीएमओ की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है- सीएम ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने भी ट्वीट कर सुरेंद्र के देहांत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा- युवा और मेहनती आईपीएस ऑफिसर सुरेंद्र दास की असमय और दुर्भाग्यपूर्ण मृत्य से बेहद दुखी हूं। उन्होंने परिवार के साथ भी संवेदना प्रकट की।गौरतलब है कि शादीशुदा जिंदगी में संतुलन न बैठा पाने के कारण उन्होंने जहर खा लिया था। फरेंसिक टीम को उनके कमरे से सल्फास के तीन पाउच मिले थे। उन्होंने करीब 25-30 ग्राम सल्फास खाया होगा। उनके कमरे से एक सूइसाइड नोट भी मिला था जिसमें पति-पत्नी के बीच झगड़े की बात सामने आई थी। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था और वेंटिलेटर पर रखा गया था। लगातार गंभीर हालत स्थिर रहने के बाद शनिवार को उनके एक पैर में ब्लड सर्कुलेशन रुक गया था। वहीं उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। डॉक्टरों ने इमरजेंसी ऑपरेशन कर उनके पैर में जमा खून का थक्का निकाल दिया था। इससे पहले कानपुर के एसएसपी अनंत देव ने बताया था कि शादीशुदा जिंदगी में संतुलन बैठाने में दास और उनकी पत्नी को दिक्कतें आ रही थीं। इंटरनेट पर दास ने आत्महत्या के तरीके सर्च किए थे।
आईपीएस सुरेंद्र दास की इलाज के दौरान मौत
