तिरुवनंतपुरम। बाढ़ से जूझ रहे केरल में ईद-अल-अजहा के मौके पर सांप्रदायिक एकता की एक बेहतरीन मिशाल पेश की गई। केरल के ईरावतूर के मुस्लिम परेशान थे कि वे बकरीद की नमाज कहां पढ़ेंगे क्योंकि उनकी मस्जिद बाढ़ में डूबी हुई थी तो वहां के मंदिर ने अपने दरवाजे नमाज पढऩे के लिए खोल दिए।केरल के त्रिशूर जिले में माला के पास स्थित ईरावतूर में बुधवार को बकरीद के मौके पर कोचुकाडव महल मस्जिद सहित कई मस्जिदें पानी में डूबी हुई थीं। स्थानीय मुस्लिम बकरीद की नमाज को लेकर परेशान थे, तभी पुरुपिलिकव रक्तेश्वरी मंदिर के अधिकारियों ने मंदिर के एक हॉल के दरवाजे नमाज पढऩे के लिए खोल दिए और मुस्लिमों को नमाज पढऩे का न्योता दिया। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, मुस्लिमों ने नमाज के बाद मंदिर से जुड़े अधिकारियों का धन्यवाद दिया। इस दौरान मंदिर में लगभग 300 मुस्लिमों ने ईद की नमाज पढ़ी। मंदिर के एक अधिकारी ने कहा, हम सबसे पहले इंसान हैं। आपदा के इस समय में हमें याद रखना चाहिए कि हम सभी एक ही भगवान के बच्चे हैं।
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