मुख्यमंत्री योगी ने 939 करोड़ रुपए लागत की 308 विकास परियोजनाओं का किया शिलान्यास

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां साइंटिफिक कन्वेंशन सेण्टर में लोक निर्माण विभाग द्वारा संचालित लखनऊ मण्डल की 939 करोड़ रुपए लागत की 308 विकास परियोजनाओं, लखनऊ महानगर के 04 एलीवेटेड मार्गों के निर्माण कार्य तथा वर्ष 2017 एवं 2018 में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में मेरिट में आने वाले मेधावी विद्यार्थियों के ग्रामों/शहरी आवासों को जोड़ने हेतु 112 सम्पर्क मार्गां का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्हांने ‘सबका साथ-सबका विकास ग्राम सड़क योजना’ के अन्तर्गत 2918 ग्रामों/बसावटों को सम्पर्क मार्ग से जोड़ने के कार्यक्रम का शुभारम्भ भी किया। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च, 2017 में सत्ता में आने के बाद से राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया गया। राज्य की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की दिशा में कार्य शुरू हुआ। साथ ही, विद्युत आपूर्ति की दुर्व्यवस्था को समाप्त करते हुए एक समान विद्युत वितरण व्यवस्था लागू की गई।मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार के 05 साल लम्बे कार्यकाल के दौरान जहां मात्र 30 हजार 994 किमी0 सड़कों का नवीनीकरण किया गया, वहीं वर्तमान सरकार ने मात्र 15 महीनों में ही 54 हजार 277 किमी0 सड़कों का नवीनीकरण का कार्य किया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में मात्र 02 हजार 750 बसावटों में सड़कों के सम्पर्क मार्ग का कार्य हो पाया था, जबकि वर्तमान सरकार द्वारा मात्र 15 महीने में ही 05 हजार 700 से अधिक बसावटों को मुख्य मार्गों, सड़कों और सम्पर्क मार्गां से जोड़ने का काम किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पं0 दीन दयाल उपाध्याय योजना के अन्तर्गत तहसीलों और विकास खण्डों को भी 02-लेन सड़कों से जोड़ने के लिए ऐसी 26 तहसीलों और 81 विकास खण्डों के लिए 1563 करोड़ रुपये की लागत से युद्धस्तर से कार्य वर्तमान में हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र तथा राज्य सरकार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को देश की सबसे सुन्दर राजधानी बनाने की दिशा में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इसे पूर्ण विकसित शहर बनाने के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पिछले 15 महीनों में राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृह मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में जो विकास कार्य किए हैं वह पिछली सरकार के कार्यों पर भारी पड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने स्वर्णीम चतुर्भुज योजना के माध्यम से उत्तर से दक्षिण तथा पूर्व से पश्चिम से जोड़ने की शुरुआत की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से अपने 06 वर्ष के कार्यकाल में देश के बुनियादी ढांचागत विकास की नींव रखी थी। वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर गम्भीरता से काम कर रही है, क्योंकि इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदेश के विकास की धुरी बनेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में विकास के लिए बने सकारात्मक माहौल और बेहतर कानून-व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि इस बदलाव के चलते देश के साथ-साथ विदेश के उद्यमी राज्य में निवेश के लिए आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि निवेश की पहली शर्त सुरक्षा और दूसरी शर्त आम व्यापारी को मिलने वाली सुविधा है। यदि उद्यमियों को अच्छी सड़कें और निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिलेगी, तो वे प्रदेश में निवेश करने में दिलचस्पी दिखाएंगे। राज्य सरकार को पिछले 15 महीनों में इसमें काफी सफलता मिली है और अब प्रदेश में निवेश हो रहा है। मुख्यमंत्री ने लखनऊवासियों को आज राजधानी लखनऊ में लोकार्पित अवस्थापना सुविधाओं के लिए बधाई देते हुए कहा कि इस शहर के लिए जिन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है उनके बनने के उपरान्त राजधानी की तस्वीर बदल जाएगी और लोगों का जीवन आसान हो जाएगा। इन योजनाओं के पूर्ण होने के बाद शहर के यातायात में सुगमता आएगी।  राजधानी लखनऊ में जिन 04 एलीवेटेड मार्गों का शिलान्यास आज यहां सम्पन्न हुआ है।

Share and Enjoy !

Shares

Related posts

Leave a Comment