नई दिल्ली। कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने आज कहा कि जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने में किसानों को तकनीकी रुप से सक्षम बनाने के लिए देश में 151 माडल जलवायु स्मार्ट गांव विकसित किये गये हैं। श्री सिंह ने आज यहां भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 90 वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में कहा कि माडल जलवायु स्मार्ट गांवों के विकास के लिए 121 कृषि विज्ञान केन्द्रों को लगाया गया था जिससे किसानों को जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने में मदद मिल सके। जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कृषि की बड़ी भागीदारी है। परिषद ने छोटे और सीमांत किसानों की जलवायु परिवर्तन से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए देश के सभी 15 जलवायु क्षेत्रों को शामिल करते हुए 45 समेकित फार्मिंग सिस्टम माडल तैयार किये हैं। परिषद कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से 29 राज्यों में जलवायु अनुकूल तकनीकों का प्रदर्शन कर रही है। कृषि मंत्री ने कहा कि देश में कृषि आधारित 750 से अधिक स्टार्ट अप तथा कृषि उद्यमी तैयार किये गये हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आगे चलकर ये एग्री स्टार्ट अप तथा नवोदित कृषि उद्यमी इस क्षेत्र में अपना बर्चस्व स्थापित करने में सफल होंगे जिससे ग्रामीण क्षेत्रों से शिक्षित युवाओं का पलायन रोकने में मदद मिलेगी।
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