डॉ. प्रांजल अग्रवाल ( असिस्टेंट एडिटर-आई सी एन ग्रुप )
लखनऊ: बुधवार 11 जुलाई २०१८ को रिवर बैंक कॉलोनी स्तिथ आई.एम्.ऐ. भवन में ‘विश्व जनसँख्या दिवस’ के उपलक्ष्य में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया | इस संगोष्ठी में शहर के चिकित्सकों ने भारी मात्रा में भाग लिया |
कार्यक्रम में मौजूद आई.एम्.ऐ. लखनऊ के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने बताया की 11 जुलाई 1987 को विश्व की जनसंख्या 5 अरब हो गए थी, और इसी दिन 11 जुलाई 1987 को ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ घोषित किया गया | बदती जनसंख्या ढेर सारी अन्य समस्याओं जैसे, आवास की समस्या, भोजन की समस्या, पानी की समस्या, प्रदुषण की समस्या, बेरोजगारी की समस्या, सफाई की समस्या, तथा स्वस्थ्य संबंधी समस्याओं आदि को पैदा करती हैं |डॉ. सूर्यकांत ने कहा की भारत देश की जनसंख्या इस समय 134 करोड़ के करीब पहुँच चुकी है, को की विश्व की 17 प्रतिशत आबादी है और चीन के बाद जनसँख्या में दुसरे नंबर पर है |डॉ. सूर्यकांत ने प्रदेश सरकार को अपनी ‘प्रदेश स्वास्थ्य नीति’ बनाने के लिए बधाई दी तथा आईएम्ए लखनऊ द्वारा एक प्रस्ताव पारित कराया की इस प्रदेश की स्वास्थ्य नीति में ‘जनसंख्या नियंत्रण’ हेतु भी प्रभावी कदम उठाएं जाएँ | सभा में उपस्तिथ आई.एम्.ऐ. के चिकित्सकों ने इसका हाथ उठाकर पूरा समर्थन दिया |
संगोष्ठी में के.जी.एम्.यू के स्त्री एवं प्रसूती रोग विभाग में प्रोफेसर डॉ. सुजाता देव ने कहा की किशोरावस्था के दौरान ही सभी लड़कों और लड़कियों को जनसंख्या नियंत्रण के बारे में जानकारी देना चाहिए और पढ़ाना चाहिए जिससे आने वाली ज़िन्दगी में वो अपनी इस जानकारी का सही प्रयोग कर पाएं |
के.जी.एम्.यू के स्त्री एवं प्रसूती रोग विभाग की पूर्व प्रोफेसर डॉ. मंजू शुक्ल ने कहा की ज़मीनी स्तर पर जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूकता अभियान एवं कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता है, तभी अच्छे परिणाम मिल सकेंगे |
कार्यक्रम में मौजूद डॉ. शिखा ने कहा की निजी संस्थानों की भागीदारी प्राथमिकता से करने की ज़रूरत है, तभी जनसंख्या नियंत्रण में मुकाम हासिल किये जा सकेंगे | उन्होंने कहा की आयुष्मान भारत एवं हौसिला भागीदारी जैसी सभी सरकारी कार्यक्रम भी निजी संस्थानों के सहयोग के बिना उचित परिणाम नहीं दे सकेंगे |
के.जी.एम्.यू के स्त्री एवं प्रसूती रोग विभाग की प्रोफेसर डॉ. शिप्रा ने कहा की मेनोपौज़ (यानि मासिक धर्म बंद होने तक) सभी महिलाओं को परिवार नियोजन के तरीके अपनाने चाहिए | उन्होंने कहा की महज उम्र का बड जाना, गर्भवती होने के खतरे को कम नही करता, इससे बचने के लिए मेनोपौज़ तक सभी परिवार नियोजन के तरीकों को अपनाते रहने चाहिए |
स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ डॉ. वारिजा सेठ ने कहा की परिवार नियोजन में पुरुषों की भी भागीदारी होनी चाहिए | उन्होंने कहा की शिक्षा से ही केवल सफलता पायी जा सकती है, और परिवार नियोजन में पुरषों की शिक्षा भी अत्यंत महत्वपूर्ण है | उन्होंने बताया की 75 प्रतिशत नसबंदी केवल महिलाओं की ही की जाती हैं, जब की पुरुषों की केवल 0.62 प्रतिशत | डॉ वारिजा के मुताबिक़ सभी चिकित्सा संस्थानों को अधिक से अधिक मात्रा में पुरुषों को परिवार नियोजन के विषय में शिक्षित कर पुरुषों की भी भागीदारी बढाने की ज़रूरत है |
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रख्यात स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. चन्द्रावती ने कहा की उन्होंने परिवार नियोजन में बहुत काम किया है, और उनके मुताबिक़ बच्चों के जन्म होने पर मिलने वाले सरकारी सहयोग राशी केवल पहले २ बच्चों तक निर्धारित कर देना चाहिए ताकि परिवार नियोजन को बढ़ावा मिल सके |
कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ठ अतिथि डी.जी. हेल्थ डॉ. सविता भट्ट ने कहा की निजी संस्थानों की भागीदारी के साथ सरकार परिवार नियोजन एवं जनसंख्या प्रबंधन में कई कार्यक्रम आयोजित करेगी |
कार्यक्रम में मौजूद के.जी.एम्.यू. के स्त्री एवं प्रसूती रोग विभाग की पूर्व प्रोफेसर डॉ. हेम प्रभा गुप्ता ने कहा की अधिक से अधिक मात्रा में सभी विभागों के चिकित्सकों द्वारा परिवार नियोजन हेतु शिक्षा कार्यक्रम आयोजित किये जाने चाहिए, और परिवार नियोजन की अकेले जिम्मेदारी केवल स्त्री रोग विशेषज्ञों की नहीं होना चाहिए | उन्होंने कहा की इससे ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फ़ैल सकेगी |
कार्यक्रम में आई.एम्.ऐ. लखनऊ की पूर्व अध्यक्ष डॉ. पी.के. गुप्ता द्वारा बच्चे कम पेड़ ज्यादा का नारा दिया गया |
कार्यक्रम में आई.एम्.ऐ. उत्तर प्रदेश के प्रेसिडेंट एलेक्ट डॉ. ऐ.एम्. खान, आई.एम्.ऐ. लखनऊ के सचिव डॉ. जे.डी. रावत, आई.एम्.ऐ. लखनऊ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. पी.के. गुप्ता, व् डॉ. आर.सी. सिंह, डॉ. सुमीत सेठ, मेयो मेडिकल कॉलेज के चिकित्साध्यक्ष डॉ. आर.बी. सिंह, डॉ. नईम, व् डॉ. प्रांजल अग्रवाल आदि मौजूद थे | इस मौके पर डॉ. राकेश सिंह द्वारा दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक आई.एम्.ऐ. भवन में हेल्थ कैंप का आयोजन भी किया गया जिसमे लगभग 70 लोगों ने हेल्थ चेक अप कराया एवं उन्हें परिवार नियोजन के ऊपर जानकारी भी दी गयी आई.एम्.ऐ. लखनऊ द्वारा सामजिक सरोकार कार्यक्रम हेतु सीतापुर रोड पर वृक्षारोपण भी किया गया |
कार्यक्रम के अंत में आई.एम्.ऐ. लखनऊ के सचिव डॉ. जे.डी. रावत ने कार्यक्रम में मौजूद सभी चिकित्सकों, मेडिकल छात्रों, जनता के प्रतिनिधियों, एवं पत्रकार बंधुओं को धन्यवाद सन्देश प्रेषित किया |