अमित खोलिया, ब्यूरो चीफ-ICN उत्तराखण्ड
ऐ सैनिक आपकी कुर्बानी व्यर्थ न जायेगी,
हम सबको ये शहादत युगों-युगों तक रुलायेगी।
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेले,
वतन पर मिटने वालो का बाक़ी यही निशां होगा।
5 जुलाई 2002 को मूल रूप से जनपद पिथौरागढ़ के निवासी सूबेदार मेजर धर्म सिंह बिष्ट (पैरा रेंजीमेट) ऑपरेशन पराक्रम में शहीद हुए थे! सोल्जर बोर्ड में मेजर रौतेला की अध्यक्षता में उनके पराक्रम और शहादत को याद किया और भावभीनी श्रद्धांजलि दी!वो कहते है ना कि बच्चे भी पिता का ही प्रतिरूप होते है शहीद धर्म सिंह बिष्ट के दो बेटे है और दोनों ही सामाजिक सरोकारों से बहुत मजबूती से जुड़े है! पिता की अल्प मृत्यु के बाद दुःख के तले दबे हुए परिवार ने हिम्मत नही हारी और बच्चे पढ़ लिख कर पारिवारिक जिम्मेदारी संभालने लगे! बड़े पुत्र श्री हरीश बिष्ट जी कई वर्षों तक बहुराष्ट्रीय कंपनियों में सेवा देने के बाद अब अपना ही कारोबार संभालते है और छोटे पुत्र श्री पुष्कर बिष्ट जी समाजसेवी है और हाल ही में कांग्रेस से मेयर पद की दावेदारी भी कर चुके है!इस मौके पर मौजूद मेजर धर्म सिंह बिष्ट की पत्नी श्रीमती जयमती देवी, बहु ज्योति बिष्ट, ज्येष्ट पुत्र हरीश बिष्ट, छोटे बेटे पुष्कर बिष्ट, स्टेशन हेडक्वार्टर चीफ कर्नल,मेजर भोपाल सिंह रौतेला, कैप्टिन दिलीप सिंह खर्कवाल और सभी मौजूदा स्टाफ द्वारा शहीद की तस्वीर को श्रद्धासुमन अर्पित किए।