भारी बारिश के कारण बालटाल रूट के बरारीमार्ग-रेलपत्री इलाके में मंगलवार शाम को भूस्खलन हुआ था। अमरनाथ यात्रा के लिए बालटाल कैंप से 14 किलोमीटर की दूरी तय की जाती है।मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को गुफा मंदिर की ओर जाने वाले पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों पर बारिश की संभावना जताई है।
बालटाल। जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर अमरनाथ यात्रा पर खराब मौसम की मार पड़ी है। जहां एक ओर बालटाल मार्ग पर भारी बारिश के बाद भूस्खलन की चपेट में आने से पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, वहीं दूसरी ओर मौसम दोबारा खराब होने की वजह से पहलगाम और बालटाल में एक बार फिर अमरनाथ यात्रा को रोका गया है। इस बीच अमरनाथ यात्रा के लिए 5,382 श्रद्धालुओं का एक और जत्था बुधवार को जम्मू से रवाना हुआ। कश्मीर घाटी में हालांकि अधिकारियों ने मौसम फिर से खराब होने के कारण यात्रा को रोक दिया है। पुलिस का कहना है कि बारिश और फिसलन की स्थिति के कारण यात्रा बालटाल और पहलगाम दोनों आधार शिविरों से रोक दी गई है।पुलिस सूत्रों ने बताया, इसी बीच 5,382 श्रद्धालु जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुआ। कुल 2,030 तीर्थयात्री पहलगाम और 1,678 तीर्थयात्री बालटाल आधार शिविरों की ओर रवाना हुए।जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए जाने वाले मार्ग पर भूस्खलन से होने वाली मौत की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। मंगलवार को भारी बारिश के बाद भूस्खलन से पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन घायल हैं। इसके साथ ही इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान मरनेवाले श्रद्धालुओं की तादाद बढ़कर 11 हो गई। श्रद्धालुओं की मदद के लिए रेस्क्यू टीमें भी जुटी हुई हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, एमआरटी, सीआरपीएफ, पुलिस और सेना की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।28 जून को अमरनाथ यात्रा की शुरुआत के बाद लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से यात्रा में रुकावट आ रही है। वहीं, 30 जून को पूरे दिन यात्रा को रोका गया था।