आम चुनाव 2019 से पहले बजट की घोषणा पर अमल करते हुए मोदी सरकार ने किसानों को एक बड़ा तोहफा दे दिया है। लागत मूल्य से 50 प्रतिशत अधिक दाम देने के वादे के तहत केंद्रीय कैबिनेट ने खरीफ फसलों के लिए नए समर्थन मूल्य को मंजूरी दे दी है।धान का समर्थन मूल्य 200 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ा दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों से संबंधित समिति ने बुधवार को 14 खरीफ फसलों के एमएसपी के प्रस्तावों पर मुहर लगाई। इस बढ़ोतरी के बाद अब सामान्य धान का समर्थन मूल्य 1550 रुपए से बढ़कर 1750 रुपए और ए ग्रेड धान का समर्थन मूल्य 1590 रुपए से बढ़कर 1790 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। इनके अलावा रागी के समर्थन मूल्य में 997 रुपए, उड़द के समर्थन मूल्य में 200 रुपए और सोयाबीन के समर्थन मूल्य में 349 रुपए, ज्वार की एमएसपी में 42 फीसदी, बाजरा में 36.8 फीसदी और मूंग में 25.1 फीसदी प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। इस बढ़ोतरी के बाद अब रागी का समर्थन मूल्य बढ़कर 2897 रुपए, उड़द का समर्थन मूल्य 5600 रुपए और सोयाबीन का समर्थन मूल्य बढ़कर 3399 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है।मोदी का लक्ष्य है कि 2022 तक किसानों की आय को दोगुना कर दिया जाए। मोदी सरकार के एमएसपी बढ़ाने से सीधे तौर पर हरियाणा यूपी पंजाब महाराष्ट्र गुजरात जैसे राज्यों को सीधा फायदा पहुंचेगा।गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आजाद भारत के इतिहास में न्यूनतम समर्थन मूल्य में पहली बार इतनी बड़ी वृद्धि की गई। कृषि मामलों के विशेषज्ञ डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि जब थोक कीमतों में बढ़ोतरी होगी, तो उसका असर खुदरा बाजार में ज्यादा होगा। ऐसे में आम आदमी के लिए रसोई का खर्च जरूर बढ़ जाएगा, लेकिन दूसरी तरफ किसानों को इससे राहत मिलेगी।कपास (मध्यम रेशा) के लिए किसानों को अभी तक 4,020 रुपये प्रति 100 किलोग्राम मिल रहा था अब इसे बढ़ाकर 5,150 रुपये किया गया है। लंबे रेशे वाले कपास का मूल्य 4,320 रुपये से बढ़ाकर 5,450 हो गया है।