लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर की कानून व्यवस्था एवं विकास कार्यों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि आवास एवं व्यक्तिगत शौचालय निर्माण योजना में रिश्वत लिए जाने की पुष्टि होती है। तो दोषी व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि खाद्यान्न चोरी रोकने के लिए सभी जिलाधिकारी ठोस कदम उठाएं।मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्यान्न चोरी के मामले उजागर होते ही एफआईआर दर्ज कराई जाए। साथ ही, इसमें लिप्त व्यक्ति की पूरी सम्पत्ति जब्त कराई जाए। उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायतें मिली हैं कि कोटेदार राशन कार्ड अपने पास रखकर खाद्यान्न वितरण दर्ज करते हैं, जबकि गरीब को खाद्यान्न नहीं मिल पाता है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जनपदों में जनता की सहूलियत के लिए एक फोन नम्बर निर्धारित करें। ताकि लोग फोन पर रिश्वत मांगने की सूचना दे सकें। उन्होंने कहा कि आवास, शौचालय की राशि सीधे लाभार्थी के खाते में भेजी जाए। उन्होंने पाइप लाइन पेयजल योजना की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए सभी जिलाधिकारियों को टीम भेजकर सत्यापन कराने के निर्देश दिए। साथ ही निर्माण की खराब गुणवत्ता पर गहरा असंतोष व्यक्त करते हुए दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने ग्राम स्वराज अभियान के अन्तर्गत चयनित सभी गांवों में 5 मई, 2018 तक 16 योजनाओं से पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलेवार प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जिन गांवों में मंत्री/जनप्रतिनिधि रात में प्रवास करें, वहां अधिकारियों द्वारा दिन में कैम्प लगाया जाए। साथ ही, प्रत्येक गांव एवं वार्ड के लिए नोडल अधिकारी नामित करें।
आवास और शौचालय निर्माण योजना में रिश्वत लेने वालों को भेजें जेल: योगी
