स्टॉकहोम। इस साल अपने एक सदस्य के पति पर रेप और यौन शोषण के आरोप के मामले को बढ़ता देख स्वीडिश अकैडमी 2018 नोबल लिटरेचर प्राइज रद्द करने का फैसला ले सकती है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस बारे में औपचारिक घोषणा हो सकती है।स्वीडिश रेडियो की रिपोर्ट के मुताबिक अकैडमी के अंतरिम स्थायी सचिव ऐंडर्स ऑलसन ने कहा, हम इसके बारे में विचार कर रहे हैं। जल्द ही आपको जानकारी देंगे। बताया जा रहा है कि अकैडमी के कई सदस्यों ने सुझाव दिया है कि इस साल का अवॉर्ड रोक लिया जाए और अगले साल 2019 के पुरस्कार के साथ इसे दिया जाए।पीटर इंग्लेंड ने कहा, मौजूदा हालात में और प्राइज के हित को ध्यान में रखते हुए अकैडमी का भी मानना है कि इस साल के लिए पुरस्कार को स्थगित करना ही ठीक होगा। आपको बता दें कि इंग्लेंड अकैडमी के उन पांच सदस्यों में से एक हैं, जो स्कैंडल के सामने आने के बाद अलग हो गए थे। महिलाओं के मीडिया में सामने आने के बाद अकैडमी ने उनके फोरम से सभी संबंध खत्म कर लिए। हालांकि अकैडमी भी दो खेमों में बंट गई और विवाद बढ़ता गया।हालांकि एक अन्य सदस्य गोरन मैमकिस्ट ने इस प्रस्ताव से साफ इनकार किया। उन्होंने कहा कि यह पूर्व योजना के अनुसार अपने समय पर दिया जाएगा। तकनीकी तौर पर अकैडमी के 18 सदस्यों को जीवनभर के लिए नियुक्त किया गया है और वे इस्तीफा नहीं दे सकते हैं, लेकिन वे इसकी बैठकों और फैसलों में शामिल न होने का विकल्प जरूर चुन सकते हैं। इस समय 7 सदस्य सक्रिय नहीं हैं, जो चिंता की विषय है।
स्वीडिश अकैडमी 2018 का साहित्य के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार रद्द करने का फैसला ले सकती है
