वॉशिंगटन। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों चीन को नाराज नहीं करना चाहते हैं इसीलिए वह तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा से नहीं मिलेंगे। मैक्रों ने आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा से मुलाकात की संभावना को गुरुवार को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि चीन के साथ इस मुद्दे पर विचार किए बगैर दलाई लामा से मिलना चीन की सरकार के साथ ‘तनावपूर्ण’ स्थिति पैदा कर सकता है।आपको बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं। तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण में जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने दलाई लामा से मुलाकात पर अपना रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि जब वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे तब पेरिस में वह दलाई लामा से मिले थे। मैक्रों ने आगे कहा, अब में फ्रांस का राष्ट्रपति हूं। अगर अब मैं उनसे मिलता हूं तो चीन के साथ निश्चित ही तनाव पैदा होने का खतरा होगा। उन्होंने कहा कि केवल चीन को एक संकेत भेजने भर के लिए बिना किसी पूर्व शर्त के ऐसा करना बेकार और प्रतिकूल असर डालने वाला होगा। दरअसल, चीन आरोप लगाता रहा है कि दलाई लामा अलगाववादी आंदोलन चला रहे हैं जबकि आध्यात्मिक गुरु ने इससे साफ इनकार किया है। दलाई लामा हजारों तिब्बतियों के साथ भारत में शरण लिए हुए हैं। विदेश के कई नेता उनसे खुलेआम मुलाकात करने से कतराते हैं। वे सभी चीन से टकराव मोल लेने से बचना चाहते हैं।
चीन के साथ ‘तनाव’ पैदा कर सकती है दलाई लामा से मुलाकात: इमैनुएल मैक्रों
