दीपक सिंह बिष्ट
नैनीताल। गर्मी का मौसम प्रारम्भ ही हुआ है और अभी से शहर में आमजन के सामने पानी की समस्या आने लगी है। अप्रैल के महीने से ही लोगो के सामने जल संकट गहराना बहुत चिंता का विषय है और आने वाले समय के लिए एक खतरा भी दर्शाता है कि जब अभी से यह हाल है तो आगे के महिनो में क्या होगा।आज के समय में हमारे द्वारा पेड़ों का संरक्षण ना करना प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करना पानी के स्रोतों का संरक्षण ना करना इन सभी के कारण आज जल संकट जैसी समस्याओ से जूझना पड़ रहा है।लोगो को अभी से जल संकट से निजात पाने के लिए पानी के टेंकर खरीद कर पानी की समस्या को दूर करना पड़ रहा है। समपन्न लोग तो टेंकर खरीद कर अपनी समस्या दूर कर सकते है परन्तु एक गरीब परिवार का व्यक्ति पानी नही खरीद सकता है तो वह बेचारा क्या करेगा और टैंकरों की सहायता से भी कब तक जल संकट से बचा जा सकता इस सब के लिए सरकार को एक बड़ी रूपरेखा बना कर इस पर कार्य करना होगा। परन्तु सरकार की कार्य प्रणाली को देख कर नही लगता है कि वह जल संकट जैसी गम्भीर समस्या को लेकर वाकई चिन्तित है। क्योकि अगर किसी क्षेत्र में एक ट्यूबवेल खराब होता है तो उसे सही होने में महिना भर लग जाता है तो यह सब सरकार व प्रशासन की कार्य प्रणाली को ही दर्शाता है। इसके लिए प्रशासन और सरकार ने गर्मियों में जनता के सामने से जल संकट की समस्या को दूर करने के लिए क्या व्यवस्था है। जिससे कि आमजन को पानी की किल्लत से निजात दिलाया जा सके और आने वाले समय में जल संकट जैसी समस्या का स्थायी समाधान मिल सके।