पेइचिंग। चीन की पहली प्रायोगिक अंतरिक्ष प्रयोगशाला के 31 मार्च और 4 अप्रैल के बीच पृथ्वी पर गिरने की संभावना है। साथ ही इसके वायुमंडल में नष्ट होने की संभावना भी है। चीन का कहना है कि ये अंतरिक्ष स्टेशन अनियंत्रित हो गया है और काफी तेजी से धरती की तरफ बढ़ रहा है।चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष इंजिनियरिंग कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, तियांगोंग-1 ने 16 मार्च को आधिकारिक रूप से डेटा भेजना बंद कर दिया और वह अपने जीवन के अंतिम चरण में है। बयान के अनुसार, तियांगोंग या हेवनली पैलेस करीब 216.2 किलोमीटर की औसत ऊंचाई पर अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित है। पेइचिंग एयरोस्पेस कंट्रोल सेंटर और अन्य एजेंसी के अनुमानों के मुताबिक, अंतरिक्ष प्रयोगशाला के 31 मार्च और 4अप्रैल के बीच वायुमंडल में प्रवेश करने की संभावना है। इसने शेनझोउ-8, शेनझोउ-9 और शेनझोउ-10 अंतरिक्षयान के साथ सफलतापूर्वक काम किया और कई प्रयोग किए।बता दें कि इस स्पेस स्टेशन में खतरनाक रसायन भरा हुआ है, जो दुनिया के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है।अभी तक के अनुमान के मुताबिक ये अतंरिक्ष स्टेशन 43 डिग्री नॉर्थ से 43 डिग्री साउथ लैटिट्यूड के बीच लैंड करेगी। इस लैटिट्यूड एरिया के मुताबिक ये अंतरिक्ष स्टेशन उत्तरी चीन, मिडल ईस्ट, सेंट्रल इटली, उत्तरी स्पेन, न्यूजीलैंड, तस्मानिया या दक्षिण अफ्रीका में गिर सकता है।
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