यूपी राज्यसभा चुनाव: क्रॉॅस वोट करने वाला तीसरा कौन?

लखनऊ। यूपी राज्यसभा चुनाव के बाद अब विपक्ष के उस तीसरे विधायक की तलाश शुरू हो गई है, जिसने क्रॉस वोट कर बीएसपी उम्मीदवार का गणित बिगाड़ दिया। इस आरोप में कई विधायक शक के घेरे में हैं। इसके अलावा मतगणना के दौरान दो विधायकों के वोट अवैध घोषित हुए। इनमें एक बीजेपी के पक्ष में और दूसरा बीएसपी के पक्ष में था।
हालांकि, बीएसपी प्रत्याशी  का एक वोट खराब करने के अपरोक्ष आरोप में राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया चौधरी अजित सिंह ने अपने एकमात्र विधायक सहेंद्र सिंह रमाला को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उधर, बीजेपी के पक्ष का वोट किसने खराब किया, पार्टी इसकी समीक्षा कर रही है।
बीजेपी के पास अपने 311 और सहयोगी दलों (अपना दल एस और भाएसपी) के 13 सदस्य मिलाकर 324 सदस्य हैं जबकि उसके नौ प्रत्याशियों को 329 वोट मिले। इनमें एक वोट अवैध घोषित किया गया। इस हिसाब से बीजेपी को पांच वोट बाहर से मिले। इनमें दो वोट निषाद पार्टी के विजय मिश्रा और निर्दल विधायक अमन मणि त्रिपाठी के थे। इसके अलावा बीएसपी के अनिल सिंह और एसपी के नितिन अग्रवाल ने बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोट किया था। इसके अलावा पांचवां वोट किस बाहरी का था, इस पर कयास का दौर जारी है।
एसपी और बीएसपी के पास अपने व सहयोगी दलों (कांग्रेस और रालोद) के विधायकों को मिलाकर 74 वोट थे, लेकिन, मतदान के दिन उनके पास महज 70 विधायक मौजूद थे। दो विधायकों को जेल से वोट की अनुमति नहीं मिली जबकि एसपी के नितिन और बीएसपी के अनिल सिंह बीजेपी के पाले में चले गए।
निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और उनके साथी विधायक विनोद सरोज ने एसपी को वोट देने का ऐलान किया था। ऐसे में एसपी और बीएसपी प्रत्याशियों को 72 वोट मिलने चाहिए थे, लेकिन मिले कुल 71 वोट, जिसमें एक वोट अवैध घोषित हो गया। ऐसे में साफ है कि एसपी-बीएसपी प्रत्याशियों को किसी एक विधायक ने वोट न करके बीजेपी के नौवें प्रत्याशी को वोट किया।

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