रॉबर्ट कोच ने 24 मार्च 1882 को टीबी के जीवाणु की खोज करने की घोषणा की थी, जिससे इस बीमारी की इलाज ढूंढऩे में मदद मिली. इसलिए, 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस मनाया जाता है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विश्व तपेदिक (टीबी) दिवस के मौके पर नागरिकों और संगठनों से इस बीमारी को खत्म करने के लिए आगे आने का आग्रह किया।
मोदी ने ट्वीट किया, इस साल के विश्व टीबी दिवस के विषय वांटेड-लीडर्स फॉर ए टीबी फ्री वर्ल्ड की भावना को ध्यान में रखते हुए मैं टीबी को खत्म करने के लिए नागरिकों और संगठनों से आगे आने का आग्रह करता हूं। टीबी मुक्त दुनिया मानवता की एक बड़ी सेवा है.
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में 13 मार्च को टीबी पर दिए गए अपने भाषण के बारे में एक न्यूज रिपोर्ट का जिक्र किया। उन्होंने कहा, दुनिया ने जहां 2030 तक टीबी का उन्मूलन करने का लक्ष्य रखा है, हम भारत में 2025 तक टीबी मुक्त होना चाहते है.। हालिया दिल्ली एंड टीबी समिट में मैंने इस विषय के बारे में बात की।
विश्व टीबी दिवस लोगों को इसके प्रति जागरूक करने और वैश्विक स्तर पर इस महामारी को खत्म करने के प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
रॉबर्ट कोच ने 24 मार्च 1882 को टीबी के जीवाणु की खोज करने की घोषणा की थी, जिससे इस बीमारी की इलाज ढूंढऩे में मदद मिली। इसलिए, 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस मनाया जाता है।