मुंबई। मोबाइल ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विस ओला और ऊबर कमाई घटने की वजह से सोमवार को मुंबई में हड़ताल पर हैं। इस हड़ताल का आह्वान महाराष्ट्र नवनिर्माण वहातूक सेना (एमएनवीएस) ने किया है। हड़ताल के असर से मुंबई के लोगों की परेशानी देखी जा सकती है। कैब नहीं मिलने से लोगों को ऑफिस आने-जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण वाहतूक सेना के संजय नाइक ने कहा, ओला और ऊबर ने ड्राइवरों को उनकी लागत को कवर करने का आश्वासन दिया था। उन्होंने 5 से 7 लाख का निवेश किया है तो महीने में 1.5 लाख निकालना चाहते हैं। लेकिन कंपनियों के कुप्रबंधन की वजह से इसका आधा भी बनाने में सफल नहीं हैं। उन्होंने कहा, हमारी मांग है कि ओला और ऊबर टैक्सी भी पीली-काली टैक्सी के नियमों पर ही चलाई जाएं। वह गैरकानूनी व्यवसाय कर रहे हैं।
ओला और ऊबर के कई ड्राइवरों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के बाद सड़कों पर इनकी संख्या कम हो गई है। मुंबई की सड़कों पर कुछ ही कैब देखने को मिल रही हैं, खासकर ऊबर लेकिन वह सरचार्ज भी वसूल रहे हैं जो साधारण किराये से दोगुनी है।नाइक ने कहा कि ये कंपनियां ड्राइवरों की गाडिय़ों को प्राथमिकता नहीं देती हैं। उन्होंने कहा कि ये कंपनियां ड्राइवरों को मुद्रा योजना के तहत लोन लेने के लिए बिना वेरिफिकेशन के गैरंटी लेटर भी देती हैं और कीमतें अदा न होने पर अब वे धांधली कर रही हैं। नाइक ने कहा कि अन्य संगठन भी इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं।
मुंबई की टैक्सी यूनियन के महासचिव ने कहा कि परिवहन विभाग को इन कंपनियों पर कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि ऊबर ने ऐसी किसी भी हड़ताल से इनकार किया है, वहीं ओला ने इस बारे में कोई जवाब नहीं दिया है। पहले दिल्ली और बेंगलुरु में भी कैब की हड़ताल की बात कही जा रही थी लेकिन फिलहाल मुंबई में ही इसका असर देखने को मिल रहा है। बाकी जगह कैब मिल रही हैं। मुंबई में इस तरह की 45 हजार कैब दौड़ रही हैं लेकिन व्यापार में अचानक से गिरावट की वजह से इनकी संख्या में 20 प्रतिशत तक कमी आई है।