मॉस्को। रविवार को रूस के नागरिक अपने अगले राष्ट्रपति के लिए मतदान कर रहे हैं। हालांकि, यह लगभग तय माना जा रहा है किमौजूदा राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ही अगले 6 साल तक इस पद पर बने रहेंगे। पूर्वी रूस में सबसे पहले मतदान शुरू हुआ।कुल 10 करोड़ 90 लाख लोग मतदान के लिए योग्य हैं और यहां 11 टाइम जोन में मतदान किया जाएगा। यह चुनाव एकतरफा ही माना जा रहा है क्योंकि कोई भी कद्दावर नेता पुतिन के खिलाफ नहीं लड़ रहा। बीते साल प्रदर्शनों के जरिए रूस में अपनी ताकत दिखाने वाले ऐलेक्सी नॉवलनी को चुनाव लडऩे से ही रोक दिया गया था। इसलिए अपने फीके चुनावी प्रचार के बावजूद पुतिन के लिए जीत का रास्ता साफ माना जा रहा है।
पुतिन चौथी बार रूस के राष्ट्रपति बनेंगे। सोवियत काल में जोसेफ स्टालिन के सत्ता में रहने के बाद पुतिन ही सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले नेता होंगे। साल 2000 में राष्ट्रपति चुने गए पुतिन का कार्यकाल 2024 तक रहेगा और इसके बाद वह संवैधानिक तौर पर यह पद छोडऩे के लिए बाध्य होंगे।
दोस्त की बेटी दे रही पुतिन को टक्कर
रूस के राष्ट्रपति चुनावों में 8 उम्मीदवार मैदान में हैं लेकिन पुतिन ही मुख्य उम्मीदवार माने जा रहे हैं। इन चुनावों की खास बात यह है कि पुतिन के खिलाफ चुनाव लडऩे वालों में एक नाम है कसिनिया सबचक, जो कोई और नहीं पुतिन के ही दोस्त ऐंतोनियो सबचक की बेटी हैं। कसिनिया 36 साल की हैं और टीवी शो की होस्ट भी रह चुकी हैं। 1991 में सेंट पीट्सबर्ग के मेयर चुने गए ऐंतोनियो सबचक को साल 2000 में हार्ट अटैक आया और उनका निधन हो गया। रूस में कुछ लोगों का यह भी मानना है कि ऐंतोनियो की मौत के पीछे कहीं न कहीं पुतिन का भी हाथ था।
क्या कहते हैं सर्वे?
ओपिनियन पोल्स में 65 वर्षीय पुतिन को 70 प्रतिशन लोगों का समर्थन मिलता बताया गया है तो दूसरी तरफ उनके प्रतिद्वंद्वियों को बमुश्किल 7 प्रतिशत। 9 मार्च को सरकारी टीवी चैनल की ओर से कराए सर्वे के मुताबिक, पुतिन को 69 प्रतिशत वोट मिलेंगे।