पुणे : महाराष्ट्र के पुणे में एक हैरान करने वाली घटना हुई है। यहां के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में ट्यूमर से पीडि़त एक महिला का इलाज डॉक्टर ने तांत्रिक से करवा दिया। इस कारण महिला की मौत हो गई। पुलिस ने आरोप डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
इस घटना का एक विडियो वायरल हुआ है, जिसमें आईसीयू में तांत्रिक महिला का इलाज करते साफ नजर आ रहा है। 25 साल की संध्या सोनवणे के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने मरीज का इलाज न करके तांत्रिक को बुलाया और मरीज के शरीर से बुरी आत्मा को भगाने को कहा।
मरीज के सीने में ट्यूमर
संध्या सोनवणे को सीने में ट्यूमर था। इसके इलाज के लिए उन्होंने पुणे के ले स्वारगेट इलाके में स्थित डॉ. सतीश चव्हाण के प्राइवेट अस्पताल गई थीं। संध्या के रिश्तेदारों ने दावा किया कि वह 11 मार्च को आईसीयू में थी। जहां इलाज के लिए डॉ. चव्हाण ने एक तांत्रिक को बुलाया। तांत्रिक ने कुछ तंत्र साधना की।
परिवार का आरोप है कि सतीश ने एक तांत्रिक को हॉस्पिटल में बुला लिया। वह पूजा-सामग्री निकालकर आईसीयू में मंत्र पढऩे लगा। डॉक्टर दूर खड़े रहे। परिवार के सदस्य ने कहा, हमें इसकी पूर्व जानकारी नहीं थी, इसलिए हमने पूरी घटना का विडियो बना लिया था। सोमवार शाम को संध्या की मौत हो गई। वहीं अस्पताल मैनेजमेंट का कहना है कि पूरी घटना में उनके स्टाफ का कोई रोल नहीं है।
मृतक मरीज के भाई महेश जगताप ने बताया, हम अपनी बहन को मंगेशकर अस्पताल लेकर आए थे जहां वह रिकवर कर रही थीं। डॉ. सतीश चव्हाण जो पहले दूसरे अस्पताल में उनका इलाज करते थे, वह एक तांत्रिक लेकर आए और कहा कि वह इस पर यकीन रखते हैं।
अस्पताल प्रशासन का पक्ष
दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा, न तो संबंधित डॉक्टर अस्पताल से जुड़ा है, न ही हमारे स्टाफ में से कोई भी पूरी घटना में शामिल था। महाराष्ट्र के अंध-श्रद्धा निर्मूलन समिति के सदस्यों ने बुधवार को अलंकर पुलिस स्टेशन जाकर डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा।