लखनऊ मेट्रो के अंडरग्राउंड स्टेशन बनकर तैयार

लखनऊ। मेट्रो के भूमिगत स्टेशनों का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन के साथ-साथ अंडरग्राउंड कॉरिडोर, ट्रैक लाइन व ओएचई का अब तक लगभग 80 फीसदी सिविल वर्क पूरा हो चुका है। बाकी का बचा 20 फीसदी काम मार्च महीने के अंत तक समाप्त हो जायेगा। अब बचे हुए सिविल वर्क के साथ स्टेशन में फिनिशिंग का काम शुरू कर दिया गया है। आपको बता दें कि कई मीटर गहरे गड्ढे के रूप में नजर आ रहे भूमिगत मेट्रो स्टेशन ने अब आकार ले लिया हैं। वहीं काम में जिस तरह की तेजी दिख रही है उससे लगता है कि जल्द ही काम को पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि भूमिगत स्टेशनों में नीचे जाने के लिए सीढ़ियों से लेकर कॉनकोर्स लेवल और ट्रेन के आने-जाने के लिए प्लेटफॉर्म तीनों स्टेशनों पर दिखने लगे हैं।हुसैनगंज और चारबाग के बीच अंडरग्राउंड कॉरिडोर का काम पूरा होने के बाद पूरे रूट का सिविल वर्क मार्च में ही पूरा हो जाएगा। भूमिगत रूट पर सबसे अधिक तेज काम सचिवालय स्टेशन पर ही चल रहा है। दावा है कि मेट्रो स्टेशन बनाने का काम भी सबसे पहले यहीं पूरा होगा। कॉनकोर्स लेवल के बाद यहां प्लेटफॉर्म लेवल का काम भी अब पूरा होने वाला है। हुसैनगंज और हजरतगंज स्टेशनों पर अब एस्कलेटर्स लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।मेट्रो अधिकारियों का कहना है कि इसके बाद केवल ओएचई, यात्री सुविधाएं जैसे टोकन वेंडिंग मशीन, स्मार्ट कार्ड रिचार्ज मशीन, फेयर कलैक्शन यूनिट लगाए जाने का काम सितंबर तक पूरा करना बाकी रहेगा। मेट्रो का भूमिगत रूट 3.5 किमी. लंबा है। यहां हुसैनगंज, हजरतगंज और सचिवालय स्टेशन बनाए जा रहे हैं।एलएमआरसी के प्रवक्ता अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पूरे मेट्रो सिस्टम यानि एअरपोर्ट से लेकर मुंशीपुलिया तक संपूर्ण कॉरिडोर जो लगभग 23 किलोमीटर लंबा है, मार्च 2019 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। वहीं 1 अप्रैल 2019 तक पब्लिक के लिए पूरे लखनऊ में मेट्रो का दरवाजा खोल दिया जायेगा। जिसके बाद पब्लिक मेट्रो का लुफ्त उठा सकेगी।

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