लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन का प्रश्नकाल भी शुक्रवार को बिजली दरों में की गयी वृद्धि के विरोध में किये गये हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने वेल में आकर जमकर हंगामा और सरकार विरोधी नारेबाजी की। पीठ से विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित के द्वारा हंगामा कर रहे सदस्यों को समझाने के बाद भी हंगामा जारी रहा।
दरअसल, सपा और कांग्रेस के सदस्य बिजली मूल्यों में की गयी वृद्धि के विषय पर सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराये जाने की मांग कर रहे थे। वहीं अध्यक्ष का कहना था कि प्रश्नकाल के बाद नियमों के तहत चर्चा करा ली जायेगी। बावजूद इसके विपक्ष हंगामा कर रहा था। ऐसे में सदन को अव्यवस्थित देख विस अध्यक्ष को तीन बार में पूरा प्रश्नकाल स्थगित करना पड़ा।
विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार को सुबह 11 बजे जैसे ही शुरू हुई। नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी ने सरकार से बढ़ी हुई बिजली दरों के विषय पर सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराये जाने की मांग की। कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने भी वेल में नियम-311 के तहत चर्चा कराये जाने की मांग की और कहा कि जनता ने यहां हमे चर्चा करने के लिए यहां चुनकर भेजा है। विधानसभा अध्यक्ष श्री दीक्षित ने पीठ से विपक्ष को समझाते हुए प्रश्नकाल के बाद चर्चा कराये जाने का आश्वासन दिया। लेकिन सपा और कांग्रेस के सदस्य वेल में आकर नारेबाजी और हंगामा करने लगे। सपा और कांग्रेस के सदस्य बिजली के बढे़ मूल्यों को वापस लेने की मांग कर रहे थे। बसपा के सदस्य भी अपने स्थान पर खडे़ होकर चर्चा कराने की मांग कर रही थी।
इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सपा की सरकार में लड़कियों के नाम बिजली रखे जाते थे, लेकिन बिजली देखने को नहीं मिलती थी।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि पहले की सरकारों में बिजली के मूल्यों में वृद्धि की जाती थी, अब बिजली की सप्लाई में वृद्धि की जा रही है। उन्होंने कहा कि चर्चा करनी है तो लोकतांत्रिक तरीके से की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब हम इन्हें इनकी भाषा में जवाब देंगे। योगी जी की सरकार इनके नकाब उतारेगी। श्रीकांत ने कहा कि हमने गरीबों को मुफ्त में बिजली के कनेक्शन दिए हैं। आगे एक करोड़ 57 लाख लोगों को बिजली देने का कार्य करेंगे। श्रीकांत ने कहा कि 6.74 रूपये की बिजली गरीबों को तीन रूपए में उपलब्ध करायी जा रही है।
कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू वेल में रघुपति राघव राजाराम, सरकार को सन्मति दे भगवान जैसा गान कर रहे थे।
सदन को अव्यवस्थित देख विस अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को पहले 10 मिनट फिर 15 मिनट और उसके बाद पूरा प्रश्नकाल 12.20 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।