मीडिया में बढी महिलाओं की उपस्थिति

इलाहाबाद। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में सामाजिक विज्ञान पर आयोजित पुनश्चर्या कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की प्रोफेसर एवं हिन्दी माध्यम कार्यान्वयन निदेशालय की निदेशक प्रो0 कुमुद शर्मा ने अपने दो दिन के व्याख्यानों में टेक्नोकल्चर और इक्कीसवीं सदी की नयी लड़की तथा मीडिया में महिलाओं की उपस्थिति और प्रस्तुति के सन्दर्भ में बात करते हुए कहा कि टेक्नोकल्चर की नयी लड़की नये तेवर में समाज के बन्द दरवाजों पर दस्तक दे रही है। टेक्नोकल्चर ने स्त्री को सृजन और अभिव्यक्ति का खुला मंच दिया है। स्त्री सशक्तीकरण के लिए अंतरंग व बहिरंग की दोनों की मजबूती जरूरी है। इसलिए माइक्रो स्तर पर अपने भीतर की चेतना से ऊर्जावान बनी यह लड़की चाहती है कि माइक्रो स्तर पर उसका बहिरंग भी मजबूत हो, इसके लिए सामाजिक निकाय उसकी भरपूर सहायता करे। मीडिया में स्त्री की उपस्थिति एवं प्रस्तुति के संदर्भ में प्रो0 कुमुद शर्मा ने कहा की मीडिया में महिलाओं की उपस्थिति बढ़ी है। इस क्षेत्र में महिला पत्रकार अपनी क्षमता और योग्यता को सिद्ध कर रही हैं। लेकिन महिला पत्रकारों को समझना होगा कि ग्लैमरस जगत से जुड़ी हुई महिलाएं ही हिन्दुस्तान का प्रतिनिधित्व नहीं करती उन्हें हिन्दुस्तान की आम औरत के संघर्षों, उनकी चुनौतियों को भी उद्घाटित करना चाहिए। मीडिया में आज स्त्रियों की दृश्यमानता बढ़ी है लेकिन वहां ग्लैमर से जुड़ी महिलाओं की खबरे ज्यादा प्रमुखता से प्रसारित एवं प्रचारित की जाती हैं। भूमण्डलीय मीडिया बाजारोन्मुखी है। उसका नाता पॉप संस्कृति से जुड़ा रहा है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मानव संसाधन विकास केन्द्र द्वारा प्रायोजित इस 21 दिवसीय पुनश्चर्या कार्यक्रम में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों के 48 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में विभिन्न विषयों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ अपने सम-सामयिक विचार व्यक्त कर रहे हैं। इस पुनश्चर्या कार्यक्रम के संयोजक, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्राध्यापक प्रो० प्रशान्त कुमार घोष हैं। 27 नवम्बर से प्रारम्भ होने वाले इस कार्यक्रम का समापन 17 दिसम्बर को होगा।

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