बिटकॉइन 15000 डॉलर के पार

बिटक्वाइन मूल रूप से एक इनक्रिप्टेड सॉफ्टवेयर है, जिसका इस्तेमाल इंटरनेट की दुनिया में आभासी मुद्रा की तरह किया जाता है।
नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत 15 हजार डॉलर के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गई है। एक दिन के भीतर ही इसमें 3,000 डॉलर (करीब 1.94 लाख रुपये) की बढ़ोतरी हुई है। गुरुवार को भारतीय समयानुसार शाम चार बजे अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 15,242.99 डॉलर (करीब 9.84 लाख रुपये) पहुंच गई थी। हफ्ते भर के अंदर इसकी कीमत 50 फीसद से ज्यादा बढ़ी है।
अमेरिकी वायदा बाजार में बिटक्वाइन को मंजूरी दिए जाने की संभावना के बाद इसमें यह तेजी आई है। इससे पहले बुधवार छह दिसंबर, 2017 को इसके भाव में 25 फीसद से अधिक की तेजी दर्ज की गई है। 30 नवंबर को बिटकॉइन ने 10,000 डॉलर का स्तर पार कर लिया था लेकिन 6 दिसंबर को यह बढ़कर 12,135 डॉलर हो गया है। यही सब देखते हुए हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक बिटकॉइन में निवेश से आगाह करने के लिए तीन बार चेतावनी जारी कर चुका है।
क्या है बिटकॉइन
बिटक्वाइन मूल रूप से एक इनक्रिप्टेड सॉफ्टवेयर है, जिसका इस्तेमाल इंटरनेट की दुनिया में आभासी मुद्रा की तरह किया जाता है। इसे किसी देश के केंद्रीय बैंक ने स्वीकृति नहीं दी है। किसी समय केवल कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर से जुड़े लोगों के बीच चलने वाली यह मुद्रा इस बीच तेजी से पारंपरिक निवेशकों के बीच भी लोकप्रिय हो रही है। भारतीय रिजर्व बैंक ने निवेशकों को इसमें पैसा लगाने से कई बार चेताया है।
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (क्रिप्टो करेंसी) जैसी है जिसे एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है। इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। 2008 में पहली बार बिटकॉइन के संबंध में एक लेख प्रकाशित हुआ। इस्तेमाल के लिए यह 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में उपलब्ध हुई। इसे अज्ञात कंप्यूटर प्रोग्रामर या इनके समूह ने सातोशी नाकामोटो के नाम से बनाया।

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