विश्व मृदा दिवस पर 24 के किसान सेवा रथ रवाना
लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को कृषि से जुड़ी तमाम जानकारियां उपलब्ध कराने और किसानों को मिट्टी के स्वस्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए मंगलवार को 24 किसान सेवा रथ रवाना किए। उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल, राज्य मंत्री स्वाती सिह, आदि की मौजूदगी में हरी झण्डी दिखाकर इन रथों को जनपदों के लिए रवाना किया।
यह किसान सेवा रथ प्रदेश के 15 हजार गांवों में जाकर जानकारी बांटेगे। यह अभियान आगामी 10 दिनों तक ब्लाक स्तर पर चलाया जाएगा। इसमें मृदा परीक्षण, कृषियंत्रों पर अनुदान, सोलर पम्प पर अनुदान आदि की जानकारी दी जाएगी। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा कि सरकार किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए कटिबद्ध है और इस दिशा में प्रदेश सरकार अग्रसर है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि पूरी दुनिया आज जब विश्व मृदा दिवस मना रही है। वहीं दुनियाभर में जमीन की सेहत को लेकर चिन्ता व्यक्त की जा रही है।
पर्यावरण असंतुलित हो रहा है। जल को जमीन में ग्रहण करने की क्षमता घट रही है। जमीन पथरीली और बंजर हो रही है क्योंकि रासायनिक खादों को बेजा प्रयोग किया गया है। इससे खेती के उत्पादन में ठहराव आ गया है। इसी लिए किसानों को उनकी जमीन के बारे में जानकारी स्वायल हेल्थ कार्ड के जरिए दी जा रही है। उसमें मिट्टी से जुड़ी जानकारिया तथा खाद के प्रयोग के बारे में जानकारी होती है। उन्होंने कहा कि किसान क्योकि जानकार नहीं होता है तो किसान सेवा रथ के जरिए किसानों को उनके स्वायल हेल्थ कार्ड के प्रयोग के बारे में भी बताया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मृदा की उर्वरा शक्ति बनी रहे इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार प्रत्येक किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित कर रही हैं। मृदा स्वास्थ्य कार्ड ने किसान भाइयों को मिट्टी की प्रकृति के अनुरूप फसल चुनने में मदद की है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रधानमंत्री मोदी के 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की परिकल्पना को साकार करने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
उन्होंने कहा कि समय से फसल की बुवाई करके 10 से 15 प्रतिशत तक उत्पादन को बढाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसान सेवा रथ का अभियान किसानों की आमदनी को दोगुना करने की दिशा में उठाया गया कदम है। किसान सेवा रथ के जरिए किसानों को कृषि विभाग से जुड़ी योजनाओं तथा किसानों को बीज तथा खेती के तरीकों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। किसानों को कृषि यंत्रों के प्रयोग तथा किस बीमारी में किस कीटनाशक का प्रयोग करे यह भी बताया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज के समय में किसान की उन्नति के लिए खेती का विविधीकरण किया जाना आवश्यक है। अगर एक ही प्रकार की फल लगातार बोई जाएगी तो खेती की उत्पादकता प्रभावित होती है, यह जानकारी भी दी जाएगी।