आतंक के खिलाफ लड़ाई में पाक संग मिलकर करेंगे काम: मैटिस

जिम मैटिस

वाशिंगटन । अमेरिका के रक्षा सचिव जिम मैटिस ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए पाकिस्तान के साथ मिल कर काम करने की उम्मीद जतायी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दक्षिण एशिया नीति की घोषणा के बाद अमेरिका के पहले शीर्ष अधिकारी जिम मैटिस पाकिस्तान का दौरा करेंगे। मैटिस ने कहा है कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान को साथ लाने के लिए वे कड़ी मेहनत करेंगे जो दक्षिण एशिया के आर्थिक विकास में स्थिरता लाने के लिए आवश्यक है। इस्लामाबाद दौरे के पहले मैट्टिस ने कहा, समस्या के समाधान के लिए वे पाकिस्तान के साथ काम करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, पाक के साथ बिना किसी विवाद के एक दूसरे की सुन रहे हैं। पेंटागन का चार्ज लेने के बाद मैटिस मिस्र, जार्डन, कुवैत और पाकिस्तान के पांच दिवसीय दौरे पर हैं। व्हाइट हाउस ने कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तान को 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को तुरंत गिरफ्तार करने को कहा था साथ ही ऐसा न करने पर चेतावनी भी दी थी। मैटिस ने कहा कि उन्हें देश के नेताओं से बात कर उनके सुझावों को जानने की जरूरत है। ट्रंप प्रशासन की ओर से कड़ी चेतावनी के बावजूद सईद अभी भी स्वतंत्र घूम रहा है। हमेशा की तरह ही पहली चीज जो मैं करने जा रहा हूं वह कुछ सुनना है। मेरा लक्ष्य दोनों देशों के बीच आतंक से प्रभावित कुछ समानताओं का पता लगाना है। मैटिस ने कहा, ‘मुझे वहां जाने की जरूरत है, बैठ कर उन्हें सुनने की आवश्यकता है।

21 अगस्त को डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित नई दक्षिण एशिया नीति के 100 दिन पूरा होने के बाद पाकिस्तान दौरा करने वाले मैटिस पहले शीर्ष अमेरिकी अधिकारी हैं। इस नीति के तहत आतंकियों को सुरक्षित पनाह देने को लेकर पाकिस्तान की सख्त आलोचना की गई थी। मैटिस ने कहा, ‘हम जानते हैं कि हमारी स्थिति में कुछ समानताएं हैं। आतंकियों ने उनके सैंकड़ों हजारों सैनिकों को मार डाला। सैंकड़ों हजारों जानें आतंकियों ने ले ली। इसी तरह अफगानिस्तान और पाकिस्तान के साथ भी समानताएं हैं क्योंकि वहां कुछ आतंकी समूह हैं जो एक जगह पर रहते हैं और दूसरी जगह को अपना निशाना बनाते हैं।

मैटिस ने कहा, ‘इसलिए हम जानते हैं कि कुछ समानताएं हैं, एक दूसरे से बात कर हमें और भी हालातों के बारे में पता चलेगा जो एक जैस है।’ लेकिन इसी वक्त पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बजवा ने कहा है कि वे कहीं भी आतंकियों का पनाहगाह नहीं चाहते इसलिए हम एक दूसरे के साथ मिलकर काम करेंगे। वहां मैटिस प्रधानमंत्री शहीद खाकन अब्बासी व जनरल बाजवा से मिलेंगे। जनरल बाजवा मैच्योर ऑफिसर हैं उन्हें न केवल सैन्य मामलों बल्कि दक्षिण एशिया सुरक्षा मामलों की भी जानकारी है।

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