नई दिल्ली । गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के मामले में पीडि़त परिवार के अधिवक्ता सुशील कुमार टेकरीवाल का आरोप है कि शनिवार रात तीन लोगों ने उन पर व उनके परिवार पर हमला किया। हमले में वह, उनकी पत्नी ममता और पुत्र रूपेन घायल हुए हैं। सुशील टेकरीवाल के मुताबिक हमलावरों में दो दिल्ली पुलिस की वर्दी में थे। टेकरीवाल ने दैनिक को फोन पर बताया कि शनिवार रात सवा नौ बजे वह, उनकी पत्नी ममता और बेटा रूपेन होटल अशोका से डिनर करके बाहर निकल रहे थे। गेट के पास अचानक दिल्ली पुलिस की वर्दी में आए दो लोगों ने उन पर हमला कर दिया। एक पुलिस वाले की नेमप्लेट पर संजीव कुमार यादव लिखा था। टेकरीवाल के अनुसार, वह दिल्ली पुलिस में इंस्पेक्टर है क्योंकि उनकी वर्दी पर तीन स्टार थे।
दूसरे पुलिस वाले का नाम अजीम है। संभवत: वह कांस्टेबल था। तीसरा हमलावर सिविल ड्रेस में था। टेकरीवाल ने बताया कि संजीव ने उन्हें सर्विस रिवाल्वर के बट से पीठ पर कई बार मारा। साथ ही करीब 300 मीटर तक घसीटा। इस दौरान वह गालियां देते हुए कह रहे थे कि तुमने प्रद्युम्न का केस अपने हाथ में क्यों लिया? टेकरीवाल के अनुसार, दोनों पुलिस वालों ने पत्नी ममता और बेटे को भी गालियां दीं। टेकरीवाल जब थोड़ा संभले तो 100 नंबर पर फोन किया। थोड़ी देर बाद पुलिस होटल के पास पहुंची, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। अपने ऊपर हुए इस अप्रत्याशित हमले से टेकरीवाल सदमे में हैं।
फोन पर बात करते हुए उनकी आवाज कांप रही थी। बताया कि पुलिस वालों ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की। अब वह सोमवार को अदालत के माध्यम से मामला दर्ज कराएंगे। वहीं, डीसीपी नई दिल्ली जिला बीके सिंह का कहना है कि रात 9 बजे प्रधानमंत्री का रूट लगा था। प्रधानमंत्री अपने आवास पर जा रहे थे। उसी दौरान होटल अशोका से पत्नी व बेटे के साथ बाहर निकले अधिवक्ता सुशील कुमार टेकरीवाल प्रधानमंत्री के रूट में अपनी कार लेकर घुसने लगे। पुलिसकर्मियों ने जब उन्हें रोका तो वह झगड़ा करने पर उतारू हो गए। उन्हें रोकना जरूरी था। अधिवक्ता पर कोई हमला नहीं हुआ है।