2019 में बैलेट पेपर से हो चुनाव तो नहीं जीतेगी भाजपा : मायावती

मायावती
लखनऊ । उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के प्रदर्शन से बसपा मुखिया मायावती खुश है, लेकिन संतुष्ट नहीं। उनका कहना है कि भाजपा ने निकाय चुनाव में सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया, नहीं तो बसपा के और उम्मीदवार मेयर पद पर जीत हासिल करते। उन्होंने कहा कि यदि 2019 में बैलेट पेपर से हो लोकसभा चुनाव तो भारतीय जनता पार्टी दोबारो नहीं जीतेगी।
शनिवार को बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद को श्रद्धांजलि देने पहुंची बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने निकाय चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन पर खुशी जताई और कहा कि दलित समुदाय के अलावा समाज के सवर्ण और पिछड़े वर्ग ने भी बीएसपी को समर्थन दिया और यह पार्टी के लिए अच्छे संकेत हैं। साथ ही मुस्लिमों का समर्थन भी हमें हासिल है। उन्होंने भाजपा पर वार करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने निकाय चुनाव में सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया, नहीं तो बसपा के कई और मेयर जीत हासिल करते। उन्होंने कहा कि भाजपा के चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने की तमाम कोशिशों के बावजूद भी बसपा नंबर दो पर रही।
मीडिया को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भाजपा को चुनौती दी और कहा कि यदि भाजपा का लोकतंत्र में भरोसा है तो उसे 2019 के चुनाव में ईवीएम को हटाकर बैलट पेपर से चुनाव कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं दावा कर सकती हूं कि बैलट पेपर का इस्तेमाल किया गया तो बीजेपी सत्ता में नहीं आएगी।
उन्होंने कहा कि 2014 में ईवीम में गड़बड़ी कर के भाजपा को केंद्र की सत्ता मिली थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश विधानसभा चुनाव में 2017 में पूर्ण बहुमत से बीएसपी की सरकार बननी थी लेकिन ईवीएम मे छेड़खानी कर दी गई।
अखिलेश यादव की पार्टी सपा के बारे में किए गए सवाल पर मायावती ने कहा कि हम तो अपनी पार्टी की बात करते हैं। समाजवादी पार्टी की बात अखिलेश यादव से पूछो। समाजवादी पार्टी से गठबंधन पर किए सवाल पर उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया और कहा कि हम सभी को साथ लेकर चल रहे हैं। मुस्लिम, पिछड़े और दलित हमारे साथ ही है, इससे बड़ा गठबंधन और क्या हो सकता है।

यूपी निकाय चुनाव की 16 नगर निगमों में से दो पर मेरठ और अलीगढ़ में बसपा ने जीत हासिल की है। 

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