कुमार विश्वास ने दिया राष्ट्रीय सम्मेलन से पहले अपने मन का संदेश

नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) की स्थापना के पांच साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में सबकी निगाहें असंतुष्ट नेता कुमार विश्वास पर टिकी हैं। दिल्ली स्थित ऐतिहासिक रामलीला मैदान में सम्मेलन शुरू होने से ठीक पहले विश्वास ने अपने ‘मन की बात’ ट्वीट के माध्यम से कह कर पार्टी नेतृत्व को इस बात का अहसास करा दिया है कि वह इस सार्वजनिक मंच से अपने मन की पीड़ा देश भर से जुट रहे पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं तक जरूर पहुंचायेंगे। गौरतलब है कि आप की राजनीतिक मामलों की समिति ने राष्ट्रीय सम्मेलन को सम्बोधित करने वाले नेताओं की सूची में विश्वास का नाम भी शामिल किया हुआ है। आप के संस्थापक सदस्यों में से एक विश्वास ने ट्वीट कर पार्टी के पांचवें स्थापना दिवस की बधाई देते हुये बीते पांच वर्षों में अपने खट्टे-मीठे अनुभवों का भी अहसास कराया। उन्होंने लिखा है, सत्य, आशा, उत्साह, संघर्ष, उहापोह, जय-पराजय, विचलन, घात-प्रतिघात, बेचैनी, पुनस्र्थापन, विजय, अपेक्षाओं, उपेक्षाओं, संभावनाओं से भरे पांच वर्षों के अद्भुत, अनुभवजन्य ईश्वरीय क्षणों में उन सब का आभार जो जुड़े-मुड़े रहे। सत्य अवश्य विजयी होगा। भारतमाता अपने सूर्य-सिंहासन पर पुनप्र्रतिष्ठित होंगीं। विश्वास के ट्वीट के बाद आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी जवाबी ट्वीट कर कार्यकर्ताओं को स्थापना दिवस की बधायी दी। केजरीवाल ने लिखा है, आम आदमी पार्टी के 5 साल। एक अद्भुत यात्रा। कितनी अड़चने, कितनी मुसीबतें आयीं। ईश्वर के आशीर्वाद से और लोगों के प्रेम और सहयोग से आगे बढ़ते गए। निस्वार्थ भाव से और ईमानदारी से ऐसे ही हम सब काम करते रहें-ऐसी प्रभु से प्रार्थना है। उल्लेखनीय है कि विश्वास के असंतोष की पृष्ठभूमि में पार्टी नेतृत्व ने सम्मेलन में हंगामे की स्थिति से बचने के लिये आज दोपहर 12 बजे शुरू होने वाले सम्मेलन का उद्घाटन सत्र दो घंटे विलंबित कर दिया। आयोजन की रूपरेखा के मुताबिक दो बजे संबोधन सत्र शुरू होने से पहले सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसके बाद तीन बजे कुमार विश्वास का संबोधन होगा। उन्हें देश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर बोलने के लिये कहा गया है। पार्टी के भीतर और बाहर सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि विश्वास देश और आप की अंदरूनी राजनीति पर किस तरह संतुलन बनाते हुये अपनी बात रखेंगे। विश्वास के बाद पार्टी की 22 प्रदेश इकाइयों के प्रतिनिधि और अंत में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल का संबोधन होगा। सम्मेलन में प्रदेश इकाइयों के लगभग 1500 प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।

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