कांग्रेस नेता प्रियरंजन दासमुंशी का निधन, फुटबाल जगत ने दी श्रद्धांजलि

पिछले नौ साल से कोमा में थे पूर्व मंत्री, पीएम व कांग्रेस नेताओं ने जताया शोक
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी का करीब नौ साल तक कौमा में रहने के बाद सोमवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे। अपोलो अस्पताल के अनुसार दासमुंशी ने दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर अंतिम सांस ली। उस समय उनकी पत्नी दीपा दासमुंशी तथा पुत्र और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे।
दासमुंशी को वर्ष 2008 में मष्तिष्काघात के कारण अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में भर्ती कराया गया था और बाद में उन्हें अपोलो अस्पताल में ले जाया गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रिय रंजन दासमुंशी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रिय रंजन दासमुंशी समृद्ध राजनीतिक एवं प्रशासनिक अनुभव वाले एक लोकप्रिय नेता थे। उन्होंने भारत में फुटबॉल को लोकप्रिय बनाने के लिए उल्लेखनीय कार्य किया। उनके निधन से मुझे दुरूख पहुंचा है। मेरी संवेदना दीपा दासमुंशी जी उनके परिवार और समर्थकों के साथ है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस के तमाम नेताओं ने दासमुंशी के निधन पर शोक जताया है।
राजनीतिक सफर
13 नवंबर, 1945 को जन्मे प्रिय रंजन दासमुंशी 25 साल की उम्र में 1970 में पश्चिम बंगाल यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बन गए थे। 1971 में वे साऊथ कलकत्ता सीट जीत कर संसद में पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने साल 1984 में हावड़ा लोकसभा सीट जीती। 1985 में वे पहली बार केंद्र में मंत्री बने। उन्हें दो बार 1989 और 1991 में हावड़ा सीट गंवानी पड़ी लेकिन फिर वो लगातार दो बार 1999 और 2004 में रायगंज सीट पर कब्जा कर लोकसभा पहुंच गए। वे करीब 20 साल तक ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष भी रहे। वे अपनी पत्नी को अपना सबसे अच्छा दोस्त कहते थे। प्रियरंजन ने एक बार एक टीवी पर दिए इंटरव्यू में कहा था कि उनके दोस्त तो बहुत हैं लेकिन सबसे बड़ी दोस्त हैं मेरी बीवी। तब उन्होंने कहा था कि काफी लंबी दोस्ती के बाद मेरी उनके साथ शादी हुई।
अपने कई फैसलों के चलते रहे चर्चा में
2004 में मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान प्रियरंजन सूचना प्रसारण मंत्री के साथ ही संसदीय कार्य मंत्री भी रहे। सूचना प्रसारण मंत्री के पद पर रहते हुए वे काफी चर्चा में आए थे। दरअसल उन्होंने ।ग्छ और फैशन टीवी पर प्रतिबंध लगाया था। दूरदर्शन पर खेलों के प्रसारण का अधकिार भी उन्होंने ही दिलाया था। वे मीडिया पर भी नियंत्रण करना चाहते थे और इस बाबत कानून लाने की भी तैयारी में थे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।
फुटबाल जगत ने दी श्रद्धांजलि
भारतीय फुटबाल जगत ने अखिल भारत फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के पूर्व अध्यक्ष प्रिय रंजन दासमुंशी के निधन पर आज शोक जताते हुये उन्हें श्रद्धांजलि दी। लगभग 20 वर्षों तक एआईएफएफ के अध्यक्ष रहे दासमुंशी 72 साल के थे। वह 2008 में आात लगने के बाद से कोमा में थे। दासमुंशी एआईएफएफ के अलावा राजनीति में भी सक्रिय थे और कांग्रेस के बड़े नेताओं मे एक थे। आईएफएफ के उपाध्यक्ष सुब्रत दत्ता ने पीटीआई से कहा कि भारतीय फुटबाल में उनके योगदान को नहीं भुलाया जा सकता। उनके मार्गदर्शन में राष्ट्रीय फुटबाल लीग की शुरूआत हुई (2007 में इसका नामकरण आईकृलीग किया गया) और उन्होंने जो नींव रखी आज भी उसी तर्ज पर काम हो रहा। के जियाउद्दीन के बाद अध्यक्ष बने दासमुंशी इस पद पर 19 वर्षों रहे। आात लगने के बाद बाद प्रफुल्ल पटेल ने उनकी जगह ली।

Share and Enjoy !

Shares

Related posts