जयपुर । राजस्थान विधानसभा सत्र सोमवार से शुरू हुआ। सत्र शुरू होते ही हंगामा हो गया। कांग्रेस ने लोकसेवकों के खिलाफ केस दर्ज कराने से पहले सरकार से मंजूरी लेने संबंधी बिल में संधोशन का मुद्दा उठाया। वहीं विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने कार्यवाही में बाधा नहीं पहुंचाने को कहा। उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा कि वे सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने दें। इस पर कांग्रेसी विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर गए। उल्लेखनीय है कि सरकार इस सत्र में सीआरपीसी में संशोधन के विधेयक सहित छह बिल पेश कर कर रही है। इस सत्र में सरकार बचाव की मुद्रा में नजर आ रही है वहीं कांग्रेस का आक्रामक अंदाज नजर आई। सत्र शुरू होने से पहले भाजपा विधायक दल की बैठक हुई जिसमें सीएम वसुंधरा राजे ने एकजुटता का मूलमंत्र दिया। इस सत्र में जो विधेयक पेश होने हैं उसमें लोक सेवकों खिलाफ केस दर्ज कराने से पहले सरकार से मंजूरी लेने संबंधी बिल के अलावा गुर्जर आरक्षण और किसानों की कर्ज माफी का मामला भी सदन में गूंजेगा। सरकार छह विधेयक सदन में रखेगी। कांग्रेस ने लोक सेवकों की हित रक्षा वाले विधेयक का विरोध करने कर रही है। वहीं भाजपा और सरकार बचाव की मुद्रा में हैं। यह सत्र छोटा होगा। सत्र के शुरू होने से पहले सीएम वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में उपचुनाव में एकजुटतता रखने को कहा गया। सीएम ने कहा कि विकास कार्यों के द्वारा विपक्ष को करारा जवाब देना होगा। सीएम ने कहा कि एकजुटता के साथ विपक्ष का मुकाबला करें।
राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू होते ही हंगामा
