मुंबई| भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) भारत में उद्योग के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाने और बनाए रखने के लिए काम करता है। उनकी दक्षिणी क्षेत्र की पहल, भारतीय महिला नेटवर्क, महिलाओं द्वारा महिलाओं के लिए एक संगठन बनाने के लिए संचालन समिति द्वारा गहन विचार-विमर्श के कई दौरों के बाद 2013 में शुरू किया गया था।
सीआईआई के भारतीय महिला नेटवर्क ने अपने दूसरे महिला राष्ट्र शिखर सम्मेलन की मेजबानी की, जिसमें सुधा मेनन की लोकप्रिय किताब के आधार पर दो दिन का विशेष सत्र आयोजित किया गया। मनीषा गिरोत्र (मोइलिस बैंक, भारत) के प्रमुख, एक मशहूर निवेश बैंकर जिन्होंने यूबीएस बैंक का नेतृत्व किया हुआ है और रोहिनी अय्यर, रेनड्रोप मीडिया की संस्थापक और निदेशक, देश की सबसे बड़ी सेलिब्रिटी प्रतिष्ठा प्रबंधन एव हिंदी फिल्म उद्योग में सबसे हिट और बड़ी फिल्मे की है, साथ ही सुधा मेनन मंच पर मौजूद रहे।
विभिन्न भूमिकाओं के कैरियर की महिलाओं पर चर्चा करते हुए और महत्वाकांक्षी महिलाएं जीवन रक्षा रणनीतियों पर चर्चा की।सुधा मेनन कहती है ”मैं वास्तव में महिलाओ पर विश्वास करती हु जो अपना अलग रास्ता चुनती है जिस तरह से उसे कभी भी देवी, कभी-कभी डीवा और ज्यादातर मामलों में डेविल का लेबल दिया जाता है। हमारे यहाँ दशक पुरानी समस्या अभी भी मौजूद है और धीरे-धीरे हम महिलाओं को संतुलन पाने के लिए संघर्ष करते रहना होगा”
रोहिणी अय्यर कहतीहैं “मैं पुरुष और महिला सितारों के बीच भेदभाव नहीं करती … मैं इस सिद्धांत को नहीं मानती क्योंकि मेरे लिए वे महिला यह पुरुष होने के बावजूद सभी कलाकार हैं”।