किसानों की आठ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा

मऊरानीपुर/झांसी| सूखी बंजर धरती,खेती कौन करें भूखे प्यासेे बच्चे, किस- किस का पेट भरे, कौन जतन करें, कोई उपाय, साहब आप बताये।  यह बात तहसील दिवस में भारतीय किसान यूनियन भानू के बुन्देलखण्ड अध्यक्ष शिवनारायण सिंह ने डीएम से पूछ डाली।
किसानों की ज्वलंत समस्याओ को लेकर आठ सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री के नाम उन्हें सौंपा गया।  जिसमें बताया गया  कि किसान अब  खेती करे सो मरे  की हालत में आ गया है, फ टेहाल अन्नदाता कभी खेती को अपनी जीविका मानता था, जो अब उल्टे घाटे का सौदा बन गया है। हालात यह कि कर्ज में पैदा हो रहा है कर्ज में ही मर रहा है, किसानों के लिये आई सरकारी इमदाद वाली चैकों की लोली,पोप बिचैलियें चांदी काट रहे है।
ज्ञापन में  किसान हित में बुन्देलखण्ड को खास पैकेज दिलवाया जाये, बस्त्र नगरी रानीपुर  सहित टूट चूके बुनकरों को फिर उक्त धंधें से जोडा जाये, कर्ज माफ ी में भेदभाव न हो, अवैध खनन बंद कराया जाये, गांव के आखिरी छोर तक के किसानों को बिजली मुहैया कराई जाये, आवास योजना मे पात्र मजदूर किसानो को प्रथम वरीयता दी जाये, महिलाओं को उज्जवला योजना का लाभ दिलाया जाये, बिजली कटौती से दस्तक देती बीमारियों से छुटकारा पाने के लिये भ्रष्ट्राचार में लिप्त विधुत अधिकारियों के खिलाफ  कार्यवाही करने की मांग की।
विवेक जैन, भोले सिंह सेंगर, मनीष शर्मा, सुखनंदन वर्मा,  लक्ष्मीप्रसाद कुशवाहा, प्रकाश चंद्र अहिरवार, प्यारेलाल बेघडक, सतेेंद्र भदौरिया, बालकिशुन मिश्रा, हरीशंकर निषाद, बान सिंह यादव आदि ने ज्ञापन सौंपा।
इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन के रामनारायण दुबे, संतराम,  आशाराम, दीपचंद्र, सुधीर दुबे आदि ने जिलाधिकारी से सभी किसानों के कर्ज माफ किये जाने, सभी प्रकार की वसूली स्थगित किये जाने, खरीफ की फसलों में भारी नुकसान को देखते हुये  आपदा राहत प्रदान किये जाने की मांग की।

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