नई दिल्ली । छह हजार भारतीय कंपनियों के डाटा में सेंध लगाने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं हैकर ने इस डाटा को बेचने की कवायद भी शुरू कर दी है। यह खुलासा सेक्राइट साइबर इंटेलिजेंस लैब्स ने सेक्ट्री इन्फो सर्विसेज के साथ मिलकर किया है। उसके मुताबिक देश की 6,000 से ज्यादा कंपनियों का डाटा डार्कनेट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। इसमें निजी कंपनियों के अलावा सरकारी कंपनियों का डाटा भी शामिल हैं। हैकरों ने डाटा की बिक्री के लिए बाकायदा डार्कनेट पर विज्ञापन भी दिया है। हैकरों ने सूचना बेचने के लिए 15 बिटकॉइन की कीमत रखी है। साथ ही रकम देने पर इन संस्थाओं के नेटवर्क को बंद करने की धमकी दी है। सेक्राइट ने भारत और एशिया पसिफिक नेटवर्क इन्फॉरमेशन सेंटर से संपर्क कर इस डाटा लीक के बारे में जानकारी दी है और पासवर्ड बदलने समेत अन्य सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी है। विज्ञापन देखने पर सेक्राइट की टीम ने एक खरीदार बनकर हैकरों से संपर्क किया, जिसके बाद हैंकरों ने हैक किए गए ईमेल का सैंपल उन्हें भेजा। इसके बाद कंपनी ने भारत सरकार को अलर्ट किया।
भारतीय कंपनियों का डाटा चोरी, सरकार की ओर से अलर्ट जारी
