By: Dr. Ripudaman Singh, Associate Editor-ICN & Hemant Kumar, Asstt. Editor-ICN जिनसेंग होम्योपैथिक दवाओं के पैकेज के रूप में भी जाना जाता है। यह एक लोकप्रिय स्वास्थ्य लाभकारी पदार्थ है जो मूल रूप से एक पौष्टिक जड़ी बूटी है।यह साइबेरिया, उत्तरी चीन और कोरिया में पाया जाता है। इसकी जड़ गुदेदार होती है। जिनसेंग एक स्वास्थ्य लाभकारी पदार्थ है और इसका प्रयोग हजारों सालों तक पारंपरिक चीनी (Chinese) चिकित्सा में किया गया है। लेकिन औषधीय गुणों के कारण अब कई पश्चिमी देशों में इसको अपनाया जाने लगा है। जिनसेंग चाय, कैप्सूल, पाउडर आदि को मेडिकल स्टोर से ख़रीदा जा सकता…
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कोरोना, लॉकडाउन और हम
सुरेश ठाकुर “जान है तभी जहाँ है…वरना सब व्यर्थ है”| बरेली: प्रधानमंत्री ने अपने उद्बोधन में लॉकडाउन को एक बार पुनः 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है | हालाँकि कुछ प्रांतीय सरकारें पहले ही इसे 30 अप्रैल तक बढ़ाये जाने की घोषणा कर चुकी थीं | हम सब जान चुके हैं कि लॉकडाउन एक ऐसी स्थिति है जहाँ समस्त सामाजिक, औद्योगिक, व्यापारिक, शैक्षिक, परिवहन आदि सम्बंधी गतिविधियाँ ठहर जाती हैं | इन गतिविधियों के ठहर जाने का अर्थ है जीवन का ठहर जाना, विकास का अवरुद्ध हो जाना |…
Read Moreकोरोना वायरस : सन्नाटे में साँस-2
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना आज सारे विश्व में कदम ताल कर रहा है और अजेय सा प्रतीत होता यह मानव निर्मित वायरस विश्व के बड़े से बड़े देश को भी घुटने टेकने को विवश कर रहा है। शायद आज कल मृत्यु की ऋतु आई हुई है और विश्व निर्माण के नाम पर मात्र नये कब्रिस्तान बनाने में ही व्यस्त है। शहरों, गाँवों, सड़कों, बाजा़रों, कार्यालयों, विद्यालयों व कारखानों में सन्नाटों का कब्जा है। शायद इससे पहले हमने अपनी ही साँसों की…
Read Moreकोरोना वायरस : सन्नाटे में साँस-1
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप आज संपूर्ण विश्व में शोले फिल्म के इमाम साहब व वृद्ध बाप का रोल अदा करने वाले वरिष्ठ कलाकार ए.के.हंगल का एक डायलॉग ही गूँजता सुनाई पड़ रहा है, “अरे भाई! इतना सन्नाटा क्यों है?” सच है, मृत्यु के भय से दुबका हुआ मानव पूरे विश्व में आज अपने घरों में कैद होकर एक ऐसी वैश्विक तस्वीर का हिस्सा बना हुआ है जिसकी भौतिक विकास की अंधी दौड़ में हवा से होड़ लगाते विश्व के कैनवास पर उपस्थिति अंसभव प्रतीत होती थी। “जीवन चलने…
Read Moreसमय और हम: 2
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप हमारा ‘मैं’ तो सदैव हमारे साथ रहता है। वह न कभी व्यतीत होता है, न कभी उसका जन्म होता है और न ही कभी उसकी मृत्यु होती है। इस बात को और अधिक स्पष्ट करने के लिए यदि मैं आपसे पूछूँ – बचपन तो बीत गया, युवा अवस्था व्यतीत हो रही है एवं वृद्धावस्था भी आयेगी । वह कौन है आपके अंदर जो ‘बचपन’ में भी था, ‘आज’ भी है और ‘कल’ भी रहेगा। न वह कहीं गया और न ही कहीं से आएगा।…
Read More*सन्नाटे का सबक*
By: Akhil Kumar Srivastava, Bureau Chief-ICN U.P. दुख का सन्नाटा गहरा है । जीवन दुनिया का ठहरा है।। हरदम गिनती बढ़ती जाती। साँसें पल पल थमती जाती।। पहुंचा मंगल चाँद तलक जो। नतमस्तक है किंतु विश्व वो। जिसने पंख प्रकृति के नोचे। पड़ा ज़मीं पर गुपचुप सोचे।। सृष्टि रही फुफकार भयानक। विवश विश्व हो गया अचानक।। कुछ विचार कर मनुज अभागे। हिंसा सदा जीव पर त्यागे ।। प्रलय यही, इसमें क्या शक है। मिला प्रकृति से बड़ा सबक है।। संकट में है साँस अभी भी। लेकिन जीवित आस अभी भी।। दुख…
Read More“ बेटियाँ, उजाला-हैं “
By: C.P. Singh, Literary Editor-ICN Group बेटियाँ , उजाला – हैं – जी , घर – सँसार – की | प्रभु – का “ दिया “ हैं – ये – ही , जग – आधार – भी || सुख – होती – हैं – ये – तो , खुशियों – की – डाली | कैसे – पलती – हैं – देखो ? प्रभु – जी – की – पाली ? शुभता – भरें – ये , चेतो , अन्न – धन – की – थाली | “ दैवी – पुष्प…
Read Moreअशोक के पेड़ के फायदे
By: Dr. Ripudaman Singh, Associate Editor-ICN & Hemant Kumar, Asstt. Editor-ICN अशोक के पेड़ के फायदे और नुकसान – शोक का मतलब दुख है। अशोक का मतलब है दुख या दर्द से राहत देने वाला। अशोक एक ऐसा वृक्ष है जिसके कई गुण हैं। इसका वैज्ञानिक नाम सरका असोच (Saraca asoca) है। यह पेड़ भारतीय उपमहाद्वीप खासकर दक्षिण भारत, मध्य और पूर्वी हिमालय के करीब पाया जाता है। अशोक वृक्ष को नेपाल, भारत और श्रीलंका में पवित्र माना जाता है। इस वृक्ष के साथ बौद्धों और हिंदुओं की मजबूत धार्मिक आस्था जुड़ी है। ऐसा…
Read Moreसमय और हम: 1
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप कल का बीता हुआ जीवन पराजित जीवन है। यदि हमने बीते कल में कोई उपलब्धि प्राप्त भी कर ली है तो आज का जीवन उसमें कुछ और जोड़ सकता है। हम वर्तमान की खिड़की से भविष्य के नए रास्ते निकाल सकते हैं। मैं और मेरी बेटी प्रतिदिन के प्रारंभ में एक दूसरे से कहते हैं “हैप्पी बर्थडे।” यदि कोई तीसरा व्यक्ति (मेरे परिवार के अतिरिक्त) इस वार्तालाप को सुनता है तो प्रायः चौंक पड़ता है – कभी कभी उपहास के भाव भी उभरते हैं…
Read Moreलॉकडाउन का पालन अनुशासन के साथ
मोहम्मद सलीम खान, सीनियर सब एडिटर-आईसीएन ग्रुप सहसवान/बदायूं: जिला बदायूं की तहसील सहसवान में जिला अधिकारी बदायूं श्री कुमार प्रशांत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अशोक कुमार त्रिपाठी के सख्त निर्देशों का पालन करते हुए सहसवान के उप जिलाधिकारी श्री लाल बहादुर,क्षेत्राधिकारी श्री रामकरन व कोतवाल सहसवान श्री हरेंद्र सिंह के बिना आराम किए दिन रात के अथक प्रयासों के कारण सहसवान की जनता लॉकडाउन का पालन पूरी तरह से कर रही है।शुक्रवार को बरेली कमिश्नर महोदय सहसवान की स्थिति का जायजा लेने आ रहे थे। कमिश्नर साहब के प्रोग्राम का कवरेज…
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