ग़ालिब जैसी फ़िल्म का निर्देशन हर निर्देशक का सपना: मनोज गिरी

​इलहाबाद में चल रही है फ़िल्म ग़ालिब की शूटिंग

इलहाबाद : कश्मीर भारत में फिल्म कारों के बीच हमेशा से एक चर्चित विषय रहा हैं कभी शूटिंग को लेकर तो कभी उसकी समस्याओ पर फिल्म बनाने को लेकर शूूूटिंग उसी कड़ी में अफजल गुरु भी आते हैं अफजल की फांसी के बाद उसके बेटे ने कश्मीर में दसवी की परीक्षा में टॉप किया यही से इस विषय पर लेखक धीरज मिश्र को फिल्म बनाने का ख्याल आया | बतौर मनोज गिरी जब मैंने ग़ालिब की कहानी सुनी तो मेरे आँखों में आंसू थे और मैंने तय किया की मै इस फिल्म का निर्देशन करूँगा | जौनपुर के किराकत के रहने वाले मनोज गिरि टीवी निर्देशन में एक बड़ा नाम हैं उनके अनुसार टीवी और फिल्म में अंतर है टीवी का असर क्षणिक होता हैं जबकि कई बार सिनेमा कालजयी होती है | ग़ालिब जैसी फिल्मे रोज रोज नहीं बनती लेकिन जब बनती है उसका असर लम्बे समय तक होता है | ग़ालिब किसी आतंकवाद पर आधारित नहीं है यह कहानी एक माँ की है ,एक बेटे की है एक समाज की हैं जहाँ हर तरह के लोग होते हैं |

हमारी कहानी बन्दूक फेंक कलम उठाने वालो की हैं |  मैं और लेखक धीरज मिश्र इसकी पटकथा पर एक साल से काम कर रहे थें जब लगा की अब यह एक परिपक्व हो चुकी हैं हम इसके निर्माण में जुट गए | मनोज गिरी खुल कर स्वीकार करते हैं इस तरह के फिल्म निर्माण में आप दबाव में होते हैं मै निर्माता घनश्याम पटेल का धन्यवाद देता हूँ की उन्होंने इस विषय पर फिल्म बनाने को हाँ कहा क्यों की आजकल हर निर्माता विवादित विषयों से दूर भागता हैं | ग़ालिब ने  अपना पहला शेड्यूल इल्ल्हाबाद में पूरा किया हैं अब टीम कश्मीर रवाना होने वाली हैं | फिल्म की कास्टिंग के बारे में बताते हुए निर्देशक ने स्वीकार किया हम बड़े नाम से परहेज कर रहे थे क्यों की हम ऐसे विषय में उन कलाकारों के साथ काम करना चाहते थे जिनकी पहले से कोई इमेज न हो साथ ही हाल में उन्होंने कोई काम ना किया हों जब वो पहली बार धीरज के साथ निखिल पितालये से मिले तो वो थोड़े शशंकित थे जैसे ही उन्होंने उसके साथ बात करनी शुरू की मान लिया की ग़ालिब की मुख्य भूमिका में वो अपना बेस्ट देंगे उन्होंने तय किया की निखिल ही ग़ालिब की भूमिका में होंगे |

दीपिका चिखलिया के बारे में पूछे जाने पर मनोज गिरी ने कहा वो एक कमाल की अदाकारा हैं पहले ही शाट से उन्होंने अपना दम ख़म दिखाते हुए साबित कर दिया की भले ही वो पच्चीस साल बाद कैमरे का सामना कर रही हो लेकिन अभी भी वो वही से शुरुआत कर सकती हैं जहाँ से उन्होंने खत्म किया था | ग़ालिब इस साल के मध्य तक पूरी हो जाएगी और अगले वर्ष रिलीस होगी |

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