लखनऊ। राजधानी लखनऊ में पिछले 32 सालों से चल रहा निर्वाण हॉस्पिटल अब 100 बिस्तरों वाला निजी क्षेत्र का देश का पहला NABH प्रमाणित अस्पताल बन गया है।निर्वाण अस्पताल के संस्थापक और एमडी डॉ. एचके अग्रवाल ने बताया कि National Accreditation Board for Hospitals {NABH} प्रमाणपत्र लम्बी प्रक्रिया के बाद मिलता है। निर्वाण अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. दीप्तांशु अग्रवाल ने बताया कि रोगियों को मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के लिए विशेष देखभाल होती है। एंजायटी, बाइपोलर डिसऑर्डर, डिप्रेशन, शराब, स्मैक, इन्जेक्शन व नशीली दवाओं की लत, ऑटिज्म, डिमेंशिया, पर्सनेलिटी डिसऑर्डर, ईटिंग डिसऑर्डर, ओसीडी, स्कीजोफ़्रेनिया , एपिलेप्सी व पुराने दर्द के लिए अस्पताल के डॉक्टरों, मनोचिकित्सकों, मनोवैज्ञानिकों और परामर्शदाताओं की विशेषज्ञ टीम व्यापक उपचार व समाधान प्रदान करती है।निदेशक डॉ प्रांजल अग्रवाल ने बताया कि एनएबीएच की टीम मानसिक अस्पतालों में सुरक्षा के मानकों का बहुत ही गहराई से अध्ययन करते हैं कि ऐसा तो नहीं हैं कि मरीज भर्ती रहने के दौरान भागने की कोशिश करे या किसी भी जगह से जोखिम में पड़ जाये। उन्होंने बताया कि टीम यह भी देखती है कि यहां पर इलाज के दौरान दी जा रही दवायें क्वालिटी में अच्छी हैं अथवा नहीं, कहीं ज्यादा मात्रा में तो नहीं दी जाती हैं, जैसी छोटी-छोटी लेकिन अत्यन्त महत्वपूर्ण बातों को जांच-परख कर ही प्रमाणपत्र जारी करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाती है।अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधा प्रदान की जाती है, जैसे जनरल वार्ड, वातानुकूलित जनरल वार्ड, डीलक्स और सुपर डीलक्स रूम्स और एक्जीक्यूटिव कमरे। अस्पताल में महिलाओं के लिए अलग वार्ड बना हुआ है। निर्वाण अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय मानकों वाले कंट्रोल एवं कमांड सेंटर की स्थापना की गई है, जो 24 घंटे कड़ी निगरानी बनाए रखता है।
भारत का पहला NABH प्रमाणित मानसिक अस्पताल बना निर्वाण हॉस्पिटल
