डॉ शिखा भदौरिया, असिस्टेंट एडिटर, ICN एंटरटेनमेंट ” साहित्यसङ्गीतकलाविहीनः साक्षात्पशुः पुच्छविषाणहीनः । तृणं न खादन्नपि जीवमानस्तद्भागधेयं परमं पशूनाम् ॥ “ साहित्य, संगीत और कला से विहीन मनुष्य साक्षात पूँछ और सींघ रहित पशु के समान है। और ये पशुओं की खुद्किस्मती है की वो उनकी तरह घास नहीं खाता। ” संगीत वह कला है जो मनुष्य को भौतिक एवं आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति कराती है। भारतीय परंपरा में संगीत का मूल आधार आध्यात्मिक है, यहाँ यह मनोरंजन का साधन मात्रा नहीं रहा है, बल्कि यह…
Read MoreMonth: August 2020
उर्दू शायरी में ‘एकता’ : 3
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप हम सब हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तान राम- कृष्ण का भी देश है और गॉड, वाहे गुरु और अल्लाह का भी। यह देश रघुपति सहाय ‘फ़िराक़ गोरखपुरी, कृष्ण बिहारी ‘नूर’ का है तो सुहैल काकोरवी, तश्ना आज़मी का भी और सरदार पंक्षी और चरण सिंह ‘बशर” का भी। टॉम आल्टर और मार्क ट्रुली तो इस देश की गंगा-जमुनी संस्कृति के ऐसे मुरीद हुये कि वे हिंदुस्तान के ही होकर रह गये।उर्दू शायरी में भी हमारी इस संस्कृति की विशेषता को तमाम शायरों ने अपने…
Read More“इंडो मुस्लिम-ज्यूज़ फाउंडेशन” (Indo Muslim-Jews Foundation) की स्थापना के द्वारा कब पैगंबर हज़रत याकूब की औलादे एक झंडे (बैनर) के नीचे इकट्ठा होगी?
एज़ाज़ क़मर, डिप्टी एडिटर-ICN When will the descendants of Prophet Jacob gather under a flag (banner) by the establishment of the “Indo Muslim-Jews Foundation”? नई दिल्ली। मेरे जन्म के समय पिताजी मौजूद नही थे क्योकि मेरा जन्म नाना के घर हुआ था और वह स्थान मेरी दादी के घर से लगभग 70 किलोमीटर दूर था,लगभग 6 महीने के बाद मेरे पिताजी मुझे और मेरी माता को लेकर अपने घर पहुंचे तो मेरी दादी ने सबसे पहला प्रश्न किया कि हमारे यहां आठवे दिन ख़तना (Circumcize) होती है,और आपने क्यो इतनी…
Read Moreउर्दू शायरी में ‘एकता’ : 2
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप जब कोई तमाम रंगों और ख़ुश्बुओं के फूलों और उनकी यकजाई तस्वीर और तासीर की बात कर रहा हो तो आपको समझ जाना चाहिये कि वह हिंदुस्तान की बात कर रहा है। हिंदुस्तान या भारतवर्ष दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक व्यवस्था है। अपना देश दुनिया से सारे देशों से इस मामले में सबसे अलग और ख़ास है कि जितने धर्मों, मज़हबों, पंथों व विचारधाराओं के लोग इस देश में एक साथ रहते, खाते-पीते, उठते-बैठते व सोते-जागते हैं, उतने किसी और देश में नहीं।…
Read Moreगीत-गीता : 18
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव , सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप (श्रीमद्भागवत गीता का काव्यमय भावानुवाद) तृतीय अध्याय (कर्म योग) (छंद 01-43) अर्जुन : (श्लोक 1-2) जर्नादन! ज्ञान अगर है श्रेष्ठ, कर्म से यदि ऐसा संकेत। मुझे क्यों कर्म मार्ग में डाल- रहे जो पीड़ा का समवेत्।। (1) ज्ञान या कर्म, कर्म या ज्ञान, भ्रमित करता मुझको यह कथ्य। कहाँ पर है मेरा कल्याण, तनिक स्पष्ट करें यह तथ्य।।(2) श्रीकृष्ण : (श्लोक 3-35) भ्रमित, निष्पाप, ज्ञान व कर्म, अलग हैं दोनों ही निष्ठायें। सांख्ययोगी प्रेरित है ज्ञान, कर्मयोगी को…
Read Moreआई सी एन ऑक्टेव-2020 : संगीत गंगा में वैश्विक आचमन
संगीत मात्र मनोरंजन का साधन ही नहीं बल्कि एक प्रमाणित व स्थापित चिकित्सीय थेरेपी भी है जो मस्तिष्क में दिव्य ऊर्जा रोप कर मानवीय शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाती है और व्यक्ति को किसी भी रोग, व्याधि अथवा संक्रमण का प्रतिकार कर स्वस्थ रहने अथवा होने की प्राकृतिक शक्ति प्रदान करती है। एक पुरानी कहावत है – ‘जब रोम जल रहा था तब नीरो वंशी बजा रहा था।’ शायद इस कहावत को रचने वाले की दृष्टि में नीरो का वंशीवादन अकर्मण्यता एवं दायित्व वर्जन हो और हो सकता है कि…
Read Moreहे मातृभूमि, हे हिन्द भूमि, हे जन्म भूमि मेरी
सी. पी. सिंह, एडीटर-ICN हे मातृभूमि, हे हिन्द भूमि, हे जन्म भूमि मेरी, खुश हो मेरा मन, तेरी रज को चूमि, हर सांस ॠणी तेरी ।। तू – तो, युग – युग से है अति पावन मां । जग गाए शतत तेरी गुण गरिमा । हम जन्मों से पूजें तेरी सत महिमा । सर्वोच्च भू – मां – मेरी । स्वर्ग सी आभा तेरी ।। जबसे उतरा हूं मां की गोद से मैं । तबसे हूं तेरी अंक की मोद में मैं । मरकर भी रहूंगा तेरी गोद में मैं…
Read Moreमेरा हिन्दोस्तां प्यारा
सुहैल काकोरवी, लिटरेरी एडिटर-ICN ग्रुप ये निष्ठा का समंदर है मेरा हिन्दोस्तां प्यारा हर इक पहलु से सुंदर है मेरा हिन्दोस्तां प्यारा It is ocean of sincerity-My lovely India From every angle beauty- My lovely India छितिज़ पर कल्पना के इसकी आभा उजाले हैं ये छाया है मेरे मन पर मेरा हिन्दोस्तान प्यारा Upon the surface of my imagination its luster It prevails my heart its splendor-My lovely India यहाँ जारी दिलों से एकता के मीठे चश्मे हैं हसींतर ऐसा मंज़र है मेरा हिन्दोस्तां प्यारा Flows here the wellspring of…
Read Moreउर्दू शायरी में ‘एकता’ : 1
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप जब कोई तमाम रंगों और ख़ुश्बुओं के फूलों और उनकी यकजाई तस्वीर और तासीर की बात कर रहा हो तो आपको समझ जाना चाहिये कि वह हिंदुस्तान की बात कर रहा है। हिंदुस्तान या भारतवर्ष दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक व्यवस्था है। अपना देश दुनिया से सारे देशों से इस मामले में सबसे अलग और ख़ास है कि जितने धर्मों, मज़हबों, पंथों व विचारधाराओं के लोग इस देश में एक साथ रहते, खाते-पीते, उठते-बैठते व सोते-जागते हैं, उतने किसी और देश में नहीं।…
Read Moreस्वतंत्रता इतिहास के भूले हुए पन्नों में दर्ज एक अनूठी वीरांगना : गुलाब कौर
अमिताभ दीक्षित, एडिटर-ICN U.P. गुलाब कौर : इतिहास में भुला दी गयी वो महिला जिसने अंग्रेजों से लड़ने के लिए अपने पति को छोड़ दिया और एक सुरक्षित जीवन को तिलांजलि दे कर स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़ी. कई बार, इतिहास अपनी उन अनन्य नायिकाओं को भूल जाता है, उनके चेहरे भुला दिए जाते हैं, और उनकी बहादुरी की गाथा कोई याद नहीं करता जिनके असाधारण साहस और बलिदान को देश के इतिहास लिखते समय निश्चित रूप से को स्मरण रक्खा जाना चाहिए और उन्हें एक सम्मान जनक स्थान देना…
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