काले रंग का भी होता है सेब

By: Dr. Hemant Kumar, Asstt. Editor-ICN 

काले रंग का भी होता है सेब, एक की कीमत है 500 रुपये  ब्‍लैक डायमंड एप्‍पल 

कभी देखा है ऐसा सेब,काले अंगूर तो आपने खूब खाए होंगे। संभव है हर दिन सुबह एक सेब भी खाते होंगे। डॉक्‍टर भी यही सलाह देते हैं। यदि सवाल यह किया जाए कि आपने कितने रंगों के सेब खाए हैं, तो आम तौर पर जवाब होगा- लाल, हरा या हल्‍का पीला। लेकिन मजेदार बात यह है कि काले अंगूर की तरह, काले रंग का सेब भी होता है। वैसे, अंगूर की तरह ही यह पूरी तरह काला नहीं होता। असल में इसका रंग गहरा बैगनी है, लेकिन पहली नजर में यह काला ही दिखता है। यह सेब का एक दुर्लभ प्रकार है, जो बहुत कम पाया जाता है।

तिब्‍बत की पहाड़‍ियों पर होती है खेती
बता दें कि इस दुर्लभ सेब के प्रकार को ब्‍लैक डायमंड बोलते हैं और तिब्‍बत की पहाड़‍ियों पर इसकी खेती होती है। सेब की यह किस्‍म हुआ नियुकहलाती है। इसे चाइनीज रेड डिलिसियस भी कहते हैं। इस सेब के अनोखे गहरे बैगनी रंग के पीछे तिब्‍बत के नाइंग-ची क्षेत्र की भौगोलिक स्‍थ‍िति है। चीन की कंपनी Dandong Tianluo Sheng Nong E-Commerce Trade Co. 50 हेक्‍टेयर जमीन में इसकी खेती करती है। यह जमीन समुद्र तल से 3100 मीटर की ऊंचाई पर है। यह इस तरह के सेब के लिए सबसे आर्दश जगह है।

इन कारणों से कहते हैं ब्‍लैक डायमंड
इस जगह का तापमान भी दिन और रात में काफी अलग होता है। दिन में फल को भरपूर मात्रा में सूर्य की रोशनी और अल्‍ट्रा वॉयलट किरणें मिलती हैं। इसी वजह से सेब का रंग गहरे लाल रंग से बदलते हुए गहरा बैंगनी हो जाता है। ब्‍लैक डायमंड एप्‍पल की खेती करने वाली कंपनी की मार्केट डायरेक्‍टर यू वेंजिन कहती हैं, ‘ब्‍लैक डायमंड सेब का टेक्‍सचर काफी आकर्षक है। यह ऐसा दिखता है जैसे सेब पर वैक्‍स लगा हो।

2015 से शुरू हुई है खेती
नाइंग-ची बगान में साल 2015 से इस सेब की खेती शुरू हुई है। हालांकि, तीन साल बाद भी चुनिंदा पेड़ों पर यह फल लग रहे हैं। इन सेबों की सबसे अध‍िक खपत बीजिंग, शंघाई, गुआंगजौ और शेन्जेन के सुपरमार्केट्स में है। इसे आम तौर पर 6-8 सेब के गिफ्ट पैक में बेचा जाता है। टेंसेंट न्‍यूजके मुताबिक, एक ब्‍लैक डायमंड सेब की कीमत 50 युआन है। यानी करीब 500 रुपये।

सिर्फ 30 फीसदी पेड़ों से लगे हैं फल
इस काले सेब का उत्‍पादन बहुत सीमित है। आम तौर पर जहां सेब के एक पौधे को परिपक्‍व होने में 2-5 साल लगते हैं, वहीं ब्‍लैक डायमेंड के किस्‍म को 8 साल का समय लगता है। इतने में भी बगान के सिर्फ 30 फीसदी पेड़ों में ऐसे फल लगते हैं।

बाकी दुनिया के लिए अभी भी रहस्‍य जैसा
ब्‍लैक डायमंड सेब इस फल के दूसरे खेतीहरों के लिए रहस्‍य की तरह है। कुछ बगान मालिकों का मानना है कि ऐसे सेब होते ही नहीं हैं। जबकि कुछ का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन सेबों की तस्‍वीर असल में फोटोशॉप्‍ड है।

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